अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: स्टेट विजिलेंस ने 30000 रूपए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किए गए ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम के तोड़फोड़ विभाग के एक बेलदार को आज अदालत में पेश किया जहां से उसे न्याययिक हिरासत में नीमका जेल भेज दिया गया हैं। आरोपी राजपाल निवासी गांव बुढ़ैना को बुधवार दोपहर के बाद एक अवैध निर्माणकर्ता से 30000 रूपए रिश्वत लेते हुए स्टेट विजिलेंस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ओल्ड फरीदाबाद में हड़कंप मच गया था।
शिकायतकर्ता श्याम मनोहर का कहना हैं कि वह आपस में दो भाई हैं और वह दोनों भाई किसान हैं और उनका गुजारा खेतीबाड़ी की वजह से चलता हैं। वह गांव वजीरपुर में तक़रीबन 150 -200 गज जमीनों में एक टीन का शेड बना रहे थे ;वह भी इस लिए की, उसमें अपना गाय भैंसों को बांध सकें। इस दौरान राजपाल नामक शख्स उनके पास आया और उनसे कहने लगा कि वह ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम से आया हैं। इस अवैध शेड को अपने बड़े साहब को बोल कर तुड़वा देगा।उनका कहना हैं कि इसके बाद उसने कहा कि अपने शेड को बचाने के लिए उन्होनें उसे पहले तो 5000 रूपए दे दिए, जिससे बेलदार नाराज होकर उसे 5000 रूपए वापिस कर दिए और कहा कि इस रकम से उसका काम नहीं चलेगा तो उन्होनें उससे कहा कि वह किसान आदमी हैं और वह खेतीबाड़ी करके अपना और अपने परिवार का परवरिश करता हैं। वावजूद इसके उसने नहीं माना फिर भी उन्होनें उससे कहा कि अगले महीने 5000 रूपए और ले लेना। अब तो मांजा वावजूद इसके उसने नहीं माना और कहने लगा कि 30000 रूपए से एक पैसा कम नहीं लूंगा, के बाद वह वहां से वापिस चला गया। एक फिर से उसका फोन उनके पास आया कि क्या सोचा, बता नहीं तो अपने बड़े साहब से इस अवैध शेड के बारे में बता दूंगा, के बाद तेरा पूरा का पूरा शेड तोड़ दिया जाएगा।
इसके बाद उन्होनें अपने भाई से जिक्र किया की नगर निगम का बेलदार ( सुपरवाइजर ) राजपाल 30000 रूपए से नीचे नहीं मान रहा हैं। फिर उसने उनसे कहा कि उसे स्टेट विजीलैंस से मिलकर पकड़वा दें , आगे जो होगा देखा जाएगा। उनका कहना हैं कि इसके बाद वह विजिलेंस के एसपी निकिता गहलौत से मिला और उन्हें आप बीती सारी बातें बारिकी से बताई। इसके बाद उसे रंगे हाथों पकड़ने की योजना विजिलेंस ने बनाई। इसके बाद उन्होनें नगर निगम के बेलदार राजपाल को फोन करके 30000 रूपए लेने के लिए गांव वजीरपुर में दोपहर के बाद तक़रीबन तीन बजे बुला लिया और उसे रिश्वत के 30000 रूपए नगद दे दिए जैसे ही राजपाल ने उससे 30000 रूपए रिश्वत के लिए कि पहले से घात लगाए बैठे स्टेट विजीलैंस की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आज स्टेट विजिलेंस की टीम ने गिरफ्तार किए गए आरोपी बेलदार राजपाल को अदालत के सम्मुख पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में नीमका जेल भेज दिया।