अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:सोहना -बादशाह पुर रोड पर आज अपराध शाखा, सेक्टर-39 की टीम और स्कार्पियों में सवार दो बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में दोनों बदमाशों के साथ दो पुलिस कर्मी भी गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस ने दोनों घायल बदमाशों और पुलिस कर्मियों को नजदीक के एक हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया हैं। पुलिस ने इन बदमाशों के पास से एक स्कार्पियों गाडी, दो देशी पिस्तौल व 4 खाली खोल बरामद किए हैं। पकड़े गए दोनों बदमाश अन्तर्राजीय गिरोह के सदस्य हैं और इन सभी पर लूट, हथियार के बल पर लूट, छीना झपटी के कई मुकदमें दर्ज हैं। ये खुलासा आज एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में किए हैं।
एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बीती रात अपराध शाखा-39 के इंचार्ज उप-निरीक्षक राज कुमार की पुलिस टीम रात्री गश्त पर मुस्तैद थी। इसी दौरान टीम को अपने मुखबिर के माध्यम से एक सूचना लूट, हथियारों के बल पर लूट व छीनाझपटी की वारदातों में सक्रिय बदमाश हथियारों के साथ किसी लूट की वारदात को अन्जाम देने की फिराक मे घूम रहे है। इस सूचना पर उप-निरीक्षक राजकुमार ने नेतृत्व करते हुए अपनी टीम के सभी पुलिस कर्मीयों को सूचना के बारे में विस्तारपूर्वक अवगत करवाया व इन बदमाशों को पकङने के लिए मिली सूचना अनुसार बादशाहपुर से आगे सोहना रोड सरकारी स्कूल बादशाहपुर की तरफ थे कि सूचना में बताई गई गाङी स्कॉर्पियो सोहना की तरफ जाती हुई दिखाई दी, जिस गाङी को ओवर टेक करके पुलिस टीम द्वारा रोकने का प्रयास किया तो स्कॉर्पियो चालक ने पुलिस की गाड़ी देखते ही अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी को एकदम से तेज स्पीड में भगा लिया। तभी पुलिस टीम ने स्कॉर्पियो गाङी का पीछा करते हुए सरकारी गाड़ी का सायरन बजाते हुए आगे चल रही स्कॉर्पियो गाड़ी को रोकने की कोशिश की, लेकिन स्कॉर्पियो गाड़ी चालक ने अपनी गाड़ी ना रोकते हुए गाड़ी की स्पीड और तेज कर दी। पुलिस टीम स्कार्पियो गाङी का पीछा करते हुए भोंडसी सती मंदिर के पास पहुंची तो इतनी ही देर मे स्कॉर्पियो गाड़ी मे बैठे व्यक्तियों ने सरकारी गाड़ी पर गोली चला दी जो गोली सरकारी गाड़ी के सामने वाले शीशे व बोनट में लगी।
तभी पुलिस टीम द्वारा इस सम्बन्ध में कंट्रोल रूम को नाकाबन्दी करने व स्कार्पियों गाङी को राउन्डअप करने के लिए सूचना दी गई। पुलिस टीम द्वारा स्कॉर्पियों गाङी को रोकने व पुलिस टीम के अपने बचाव मेंगोली चलाई तो एक गोली स्कॉर्पियो गाड़ी के कंडक्टर साइड के पीछे वाले टायर में गोली लगते ही टायर फट गया। उसके बाद भी स्कॉर्पियो चालक ने स्कॉर्पियो गाड़ी नहीं रोकी और पुलिस टीम उसका पीछा करते हुए रीठोज मोड के पास पहुंचे तो स्कॉर्पियो गाड़ी का टायर पूरी तरह से खतम होने के कारण गाड़ी की स्पीड कम हो गई तथा गाड़ी कंडक्टर साइड की तरफ एक पत्थर में टकराकर रुक गई गाड़ी रुकते ही गाड़ी में बैठे पांचो व्यक्ति अलग-अलग दिशा मे भागने लगे तथा लगातार फायर कर रहे थे सरकारी गाड़ी को रुकवाकर रीठोज गाँव की तरफ भाग रहे व्यक्तियों का पुलिस टीम द्वारा पीछा किया। आगे भाग रहे व्यक्ति में से एक लड़का लगातार पुलिस टीम पर फायर कर रहा था। इसी दौरान एक गोली आरोपित का पीछा कर रहे ईएएसआई कपिल के बांए बाजू में लगी। उप-निरीक्षक राजकुमार व उनकी पुलिस टीम बङी ही बहादुरी, निडरता व बङे ही साहस के साथ लगातार बदमाशों का पीछा करती रही और बदमाश पुलिस टीम पर लगातार गोलियां चलाते रहे, तभी अपने व अपनी पुलिस टीम के बचाव के लिए उप-निरीक्षक राजकुमार ने अपनी सरकारी पिस्टल से फायर किया जो एक गोली भाग रहे व्यक्ति के बांए पैर मे लगी और वह वही पर गिर गया जिसको पुलिस टीम द्वारा पकड़ लिया । दूसरी तरफ भाग रहे व्यक्तियों का ईएएसआई तैय्यब हुसैन अन्य साथी पुलिसकर्मीयों के साथ पीछा कर रहे थे और आगे भाग रहे व्यक्ति पुलिस टीम पर फायर कर रहे थे। इसी दौरान ईएएसआई तैय्यब हुसैन के साथ बदमाशों का पीछा कर रहे हवलदार संदीप के बांए बाजू में गोली लगी। अपने बचाव में ईएएसआई तैयब हुसैन व हवलदार संदीप ने गोली चला दी जो एक गोली आगे भाग रहे तीनों लड़को में से एक लड़के के दाहिने पैर मे लगी जिसको पुलिस टीम ने तभी काबू कर लिया। बदमाशों के अन्य साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गए। उनका कहना हैं कि पुलिस टीम को जान से मारने की नियत से बदमाशों 35 राउंड गोलियां चलाई। इनमें से दो गोलियां दो पुलिस कर्मी को लगी हैं। जबकि पुलिस टीम ने अपने बचाव में इस मुठभेड़ में कुल 26 राउंड गोलियां चलाई। इनमें से दो गोलियां बदमाशों के पैरों में लगी हैं। और घायल बदमाशों को अरेस्ट किया गया। गिरफ्तार किए गए बदमाशों के नाम संदीप निवासी अमर सिंह वाङा,जिला हनुमानगढ़,राजस्थान ,उम्र 24 वर्ष व सुनील उर्फ सोनू निवासी गाँव रावलधी, जिला दादरी, हरियाणा, उम्र 29 वर्ष हैं। उनका कहना हैं कि गिरफ्तार किए गए बदमाशों के खिलाफ भारतीय दंड सहिंता की धारा 332 , 307 , 34 व आर्म एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया हैं।