अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: उपायुक्त यशपाल ने कहा कि क्वालिटी काउंसिल ऑफ़ इंडिया की ओर से किए गए सर्वे के अनुसार फरीदाबाद जिला प्रवासी मजदूरों की शिकायतों का निवारण करने में देश में प्रथम स्थान पर आया है। क्यूसीआई की ओर से इसकी रिपोर्ट पीएमओ को भेजी गई है।उपायुक्त ने यह जानकारी आज जिला संकट समन्वय समिति की बैठक में कोविड-19 से संबंधित गतिविधियों की समीक्षा करने के दौरान दी। उन्होंने बताया कि क्यूसीआई थर्ड पार्टी सर्वे में एक बड़ा संगठन है, जिसने देश के 20 बड़े शहरों में यह सर्वे 30 मार्च से 14 मई तक शिकायतों के निवारण के आधार पर किया गया था। उपायुक्त ने बताया कि प्रवासी लोगों की शिकायतों का निवारण करने में जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों ने एक टीम के रूप में कार्य किया तथा पूरे शहर के सभी क्षेत्रों में अधिक से अधिक संख्या तक पहुंच संभव की गई तथा उन्हें आवश्यक मदद पहुंचाई गई। इसमें तकनीक के इस्तेमाल के कारण भी बहुत लोगों तक मदद पहुंचाना संभव हो पाया।
उपायुक्त ने कहा कि पहले अलग-अलग कार्य के हिसाब से कई स्ट्रक्चर तैयार किए गए थे, लेकिन अब इन्हें मर्ज कर एक स्ट्रक्चर के रूप में इक्ट्ठा किया गया है, जिसके लिए जिला में पांच तरह की कमेटियां बनाई गई है। सबसे नीचे ग्राउंड लेवल पर लोकल कमेटी काम करेगी, जिसके एक सदस्य के पास केवल 10 घरों तक की जिम्मेवारी होगी। इनमें एएनएम, आशा वर्कर, बीएलओ सहित अन्य कर्मचारी व वालिंटियर सदस्य के रूप में कार्य करेंगे। वह सभी सूचनाएं व एसओपी ग्राउंड स्तर पर लागू करवाने तथा इसकी रिपोर्ट चैन के रूप भेजना सुनिश्चित करेगा। इसके लिए सभी कमेटियों को उचित प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि ये कमेटियां बेहतरी से कार्य कर सकें। उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण पर रोक के लिए आईईसी (सूचना, शिक्षा, संवाद) गतिविधियां बहुत जरूरी है। इसलिए आईईसी गतिविधियों के लिए पंपलेट तैयार कर लोगों को दिए जाएं, ताकि वे जागरूक रहें। इन लोकल कमेटियों के लिए 31 मई तक एरिया चिन्हित कर दें। उन्होंने कमेटी के सभी सदस्यों से कहा कि जिला फरीदाबाद में हाॅट स्पाॅट एरिया को चिन्हित किया जाए, जिसके तहत देखा जाए कि किस क्षेत्र से अधिक संख्या में पाॅजीटिव मामले सामने आ रहे हैं। पाॅजीटिव मामलों के प्रथम व द्वितीय संपर्क पर्सन जो क्वारेंटाइन किया गया है, उस पर कड़ी नजर रखी जाए। सर्वे में जिस व्यक्ति में आईएलआई के सिम्टम मिले हैं, उनकी मेडिकल जांच हो।
टीबी के मरीजों की स्थिति पर भी कड़ी नजर रखी जाए। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने एरिया में कोविड केयर सेंटर की पहचान करें तथा उनमें मूलभूत सुविधाएं जैसे बिजली, पानी, बेड आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें। सभी क्षेत्रों में कोविड केयर सेंटर्स में पर्याप्त मात्रा में बेडिड की संख्या हो। सभी एसडीएम अपने एरिया में स्थित कंटेनमेंट जोन में सभी आवश्यक एसओपी लागू करवाना सुनिश्चित करें तथा इन एरिया की समय-समय पर माॅनीटरिंग भी करें। कंटेनमेंट जोन से लोगों का बाहर आना-जाना नहीं होना चाहिए। उन्हें सभी जरूरी सामान उनके डोर स्टैप पर ही मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों व देशों से आने वाले व्यक्तियों के बारे में भी प्राॅपर सूचना संकलित रखी जाए। इनकी ट्रेसिंग व स्कैनिंग होनी चाहिए। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त आरके सिंह, एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार, एसडीएम बड़खल पंकज सेतिया, एसडीएम त्रिलोकचंद, सीटीएम बलिना, सीएमओ डा. कृष्ण कुमार, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राकेश मोर, उप सिविल सर्जन डा. रामभगत, डब्ल्यूएचओ से डा. संजीव तंवर, जिला राजस्व अधिकारी सतीश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।