अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: फेयर वैल्यू इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के अवैध तरीके से कंपनी की आईडी लॉगिंग करके 778 डॉलर की धोखाधड़ी करने के मामले में कंपनी के एक पूर्व स्टाफ को साइबर थाना की टीम ने गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपित का नाम जी मुकुल हैं। इसके कब्जे से वारदात में इस्तेमाल की गई मोबाइल फोन को पुलिस ने बरामद किया हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि गत 12 जून 2023 को Fair Value Information Technology Pvt. Ltd. कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर की लिखित शिकायत दी कि उनकी कम्पनी के सर्वर के धोखाधड़ी कर के 778 डॉलर का फ्रॉड करने के सम्बन्ध में दी गई। शिकायतकर्ता द्वारा अपनी शिकायत में यह बताया कि उनकी कंपनी मेड यूएसए की ओर से संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित चिकित्सा सुविधा प्रदान करने वाले अस्पतालों और बीमा कंपनियों के साथ काम करती है व बीमा कंपनियों के साथ बातचीत करके चिकित्सा बिलों का भुगतान वर्चुअल क्रेडिट कार्ड के माध्यम से करती हैं, परन्तु किसी अनजान व्यक्ति ने उनकी कंपनी के सर्वर को एक्सेस करके कंपनी के साथ $778डॉलर की धोखाधड़ी की है। इस शिकायत में पुलिस थाना साईबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम में धारा 406, 420 IPC व 66B आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।उनका कहना हैं कि पुलिस थाना साईबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए उपरोक्त मुकदमा में अवैध रूप से कम्पनी के सर्वर की ID का प्रयोग करके धोखाधड़ी करने वाले 1 आरोपी को कल वीरवार को पालम विहार, गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया, जिसकी पहचान जी मुकुल के रूप मे हुई है। आरोपी से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि वह पहले उपरोक्त कम्पनी (Value Information Technology Pvt. Ltd.) में नौकरी करता था और कंपनी द्वारा उसको सर्वर को एक्सेस करने के लिए user ID और पासवर्ड दिए गए थे। नौकरी के दौरान ही उसने अपने मोबाईल फोन पर कम्पनी द्वारा दिए गए यूजर user ID व पासवर्ड का अवैध रूप से प्रयोग करके अमेरिकन लोगों के वर्चुअल कार्ड की डिटेल्स को टेलीग्राम एप्लीकेशन के माध्यम से अमेरिका में शेयर की, फिर उन वर्चुअल कार्ड को 40 प्रतिशत पर रिडीम करवाकर उसने रुपए प्राप्त कर लिए। इसके द्वारा वर्चुअल कार्ड के माध्यम रिडीम कराए गए 778 डॉलर (लगभग 62 हजार रुपए) का 40 प्रतिशत हिस्सा करीब 30 हजार रुपए इनसे प्राप्त किए थे। इसके द्वारा किए जा रहे इस अवैध कार्य का जब कम्पनी को संदेह हुआ तो उसने कम्पनी छोड़ दी। आरोपी द्वारा उपरोक्त मुकदमा की वारदात को अंजाम देने में प्रयोग किया गया मोबाइल फोन आरोपी के कब्जा से बरामद किया गया है। आरोपी को न्यायालय के सम्मुख पेश करके आगामी कारवाई की जाएगी। मुकदमा अनुसंधान अधीन है।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments