अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों की समीक्षा के लिए शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में मध्य प्रदेश कांग्रेस की बैठक हुई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई बैठक में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव रणदीप सुरजेवाला, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व नेता विपक्ष गोविंद सिंह समेत कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहे। बैठक के उपरांत पत्रकारों से बातचीत में सुरजेवाला ने कहा कि बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मध्य प्रदेश के चुनावी नतीजे का गहराई से विश्लेषण किया। कांग्रेस से मध्य प्रदेश का मन जीतने में कहां कमियां रहीं, इस पर आत्ममंथन व विश्लेषण किया गया और चर्चा हुई।
सुरजेवाला ने कहा कि बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने भविष्य को लेकर कुछ सुझाव भी दिए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अधिकृत किया गया है कि अगली संगठन और विधायक दल की कार्यवाही के लिए वो अपना मार्गदर्शन दें। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर यह निर्णय छोड़ दिया गया है कि वो मार्गदर्शन दें कि किस प्रकार से संगठन की रचना हो, संगठन को आगे बढ़ाया जाए। कांग्रेस अध्यक्ष से कांग्रेस नेताओं ने यह अनुरोध भी किया कि विधायक दल की बैठक के लिए जल्द पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाए, ताकि विधायकों की राय लेकर विपक्ष का अगला नेता तय हो सके। सुरजेवाला ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता के निर्णय को सिर झुकाकर स्वीकार करती है। जनता ने कांग्रेस को मध्य प्रदेश में विपक्ष की भूमिका अदा करने का आदेश दिया है। कांग्रेस एक सजग पहरेदार की तरह मध्य प्रदेश की जनता की रक्षा करेगी। कांग्रेस एक पहरेदार के तौर पर ये सुनिश्चित करेगी कि भाजपा ने मध्य प्रदेश की जनता से जो वादे किए थे, वह लागू हों। मध्य प्रदेश में अगर किसी के साथ कोई भी अन्याय हुआ, तो कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जनता के साथ खड़े रहेंगे।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments