अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: थाना नार्थ रोहिणी ने एक कोरोना संक्रमित मरीज से दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल में दाखिल के नाम पर पांच लाख रूपए मांगने वाले एम्स के स्टाफ को हिमाचल के मंडी से अरेस्ट किया हैं और इसमें से 2.8 लाख रूपए आरोपितों ने ले लिए थे। इस गुनाह में साथ देने के आरोप में आरोपित की बहन को भी पुलिस ने अरेस्ट किया हैं। अरेस्ट किए गए आरोपितों के नाम पंकज और उसकी बहन राम कवलप्रीत कौर उर्फ़ ममता को अरेस्ट हैं।
पुलिस के मुताबिक कोविद सेल दिल्ली पुलिस मुख्यालय से दूरभाष पर एक सूचना मिली थी, जिसमें शिकायतकर्ता हरिपाल ने आरोप लगाया था कि एक भूषण कुमार और एक सुनील कुमार ने अपनी कोविड पॉजिटिव पत्नी को सफदरजंग अस्पताल में दाखिल कराने के लिए 2.8 लाख रुपये लिए हैं। आईपी सी की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई ।जांच के दौरान आरोपित भूषण कुमार और सुनील से पूछताछ की गई । दोनों के कथित बारे में पूछताछ में सामने आया कि शिकायतकर्ता का भाई कानून में रविंदर पाल सिंह कथित भूषण का व्यक्ति है । रविंदर पाल सिंह ने ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए कथित भूषण से संपर्क किया.अपनी बहन के लिए के रूप में वह जानता था कि आरोप हैं कि भूषण एक विनिर्माण इकाई चल रहा है और वेल्डिंग का काम वहां किया जाता है । इसलिए कथित भूषण ने मानवीय आधार पर मदद के लिए एक खाली ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की। इसके बाद 30 अप्रैल -2021 को रविंदर पाल सिंह ने अपनी बहन को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए फिर से आरोपित भूषण से संपर्क किया। क्योंकि उसकी हालत नाजुक है। इसके बाद कथित भूषण ने हीमेटोलॉजी लैब में एम्स अस्पताल में कार्यरत पंकज कुमार से संपर्क किया जो उन्हें रविंदर पाल सिंह की बहन के दाखिले के लिए जाना है ।इसके बाद पंकज ने बताया कि इस महामारी में किसी भी अस्पताल में प्रवेश मुश्किल है लेकिन किसी को कुछ पैसे खर्च करके प्रवेश अस्पताल का प्रबंधन किया जा सकता है। कुछ समय बाद आरोपी पंकज ने भूषण को बताया कि किसी भी अस्पताल में मरीज के दाखिले के लिए 5 लाख की जरूरत होती है और ममता का मोबाइल नंबर भेजकर बताया कि वह मरीज के एडमिशन को मैनेज कर लेगा। इसके बाद कथित भूषण ने ममता के मोबाइल नंबर को मरीज के बेटे के साथ साझा किया, जिसने ममता से संपर्क किया और उसकी मां सफदरजंग अस्पताल में भर्ती हो गई । पंकज और ममता ने सफदरजंग अस्पताल में मरीज को भर्ती कराने के लिए 5 लाख रुपए की मांग की। उसके बाद शिकायतकर्ता के बेटे ने पंकज और ममता को 2.8 लाख रुपये दिए। इसके बाद आरोपी पंकज कुमार और ममता को एम्स अस्पताल से ले जाया गया। और पैसे लेने के बाद दोनों आरोपी भागकर मंडी हिमाचल प्रदेश चले गए। पंकज और ममता दोनों के सीडीआर का विश्लेषण किया गया जिससे मंडी जिला हिमाचल प्रदेश में उनकी स्थिति का पता चला। छापा मारने वाली टीम में पीएसआई सुरेंद्र शामिल, एचसी शैलेंद्र और डब्ल्यू/सीटी मुकेश को तैयार किया गया। टीम ने मंडी जिला के जग्गा गांव रिवारा में छापा मारा। वहां से आरोपित पंकज कुमार और उसकी बहन रामकवलप्रीत कौर@ममता पकड़े गए।आरोपित पंकज इस समय पुलिस रिमांड पर है और रामकवलप्रीत कौर @ ममता को 41ए सीआर.पी..C के तहत नीचे किया गया था । जांच की जा रही है।
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