अजीत सिन्हा / नई दिल्ली
एआईसीसी के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने आज एआईसीसी मुख्यालय में मीडिया को संबोधित किया। अजय माकन ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब लोगों का स्वागत है। आप लोगों को आज सुबह-सुबह एक बहुत ही चिंताजनक और निराशाजनक ख़बर शेयर करने के लिए बुलाया है। आप लोगों को जानकर आश्चर्य होगा और सही मायने में दुख भी होगा कि हिंदुस्तान के अंदर लोकतंत्र पूरी तरीके से ख़त्म हो गया है, लोकतंत्र की तालाबंदी हो गई है।हम लोगों को परसों ये जानकारी मिली कि जो चेक हम लोग इशू कर रहे हैं, बैंक उस चेक को ऑनर (honour) नहीं कर रहे हैं। उसके ऊपर जब हम लोगों ने आगे छानबीन की, तो हमें बताया गया कि देश की मुख्य ऑपोज़ीशन पार्टी के सारे अकाउंट्स फ्रीज़ कर दिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स पर तालाबंदी हो गई है, कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स फ्रीज़ कर दिए गए हैं। हमारे देश में लोकतंत्र पर तालाबंदी हो गई है और ये कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स फ्रीज़ नहीं हुए हैं, हमारे देश में डेमोक्रेसी फ्रीज़ हुई है।
हैरानी की बात ये है कि जब केवल 1-2 हफ्ते चुनाव घोषणा के लिए रह गए हों, ऐसे समय में प्रमुख ऑपोज़ीशन पार्टी के अकाउंट्स फ्रीज़ करके ये सरकार क्या दिखाना चाहती है? और किस आधार पर फ्रीज़ किए गए हैं, मैं आपको बताना चाहूंगा… तो वो हास्यास्पद है और ना केवल कांग्रेस पार्टी के, कल शाम को यूथ कांग्रेस के भी अकाउंट्स फ्रीज़ कर दिए गए हैं और यूथ कांग्रेस और कांग्रेस… दोनों के अकाउंट्स जो फ्रीज़ किए गए हैं, 210 करोड़ की रु. रिकवरी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने यूथ कांग्रेस और कांग्रेस से मांगी है। 210 करोड़ रु. की कुल रिकवरी और ये पैसा किसका है… ये कोई धनाढ्य पूंजीपतियों का पैसा, कॉर्पोरेट बॉन्ड का पैसा नहीं है… ये पैसा जो कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स में है, वो ऑनलाइन हम लोगों ने क्राउडफंडिंग की है, उसका पैसा पड़ा हुआ है। लगभग 25 करोड़ रुपए हमारा इकट्ठा हुआ है, जिसमें 95 प्रतिशत से भी ज्यादा पैसा 100-100 रुपए से भी कम यूपीआई से लोगों ने जमा कराया है। यूथ कांग्रेस का जो पैसा है, यूथ कांग्रेस की मेंबरशिप ड्राइव का पैसा है और वो पैसा इनकम टैक्स ने… भारत सरकार ने फ्रीज़ कर दिया है। हैरानी और दुख की बात है।
दूसरी तरफ़ जो इलेक्टोरल बॉन्ड्स का पैसा है, सुप्रीम कोर्ट ने जिसको unconstitutional कर दिया है, भारतीय जनता पार्टी के पास में वो पूरा पैसा है और उसको वो खर्च कर रही है तो लोकतंत्र कहाँ पर हमारे देश के अंदर जिंदा रहेगा? मैं इसलिए आज आपको बताना चाहता हूं और कहना चाहता हूं दुख से कि हमारे देश के अंदर लोकतंत्र ख़त्म हो गया है, लोकतंत्र के ऊपर बेड़ियां लग गई हैं, लोकतंत्र पर तालाबंदी हो गई है। ये कांग्रेस के अकाउंट्स पर तालाबंदी या बेडियां नहीं हैं, ये लोकतंत्र के ऊपर तालाबंदी और बेडियां हैं। चुनाव से दो हफ्ते पहले अगर किसी भी पॉलिटिकल पार्टी के अकाउंट फ्रीज़ हो जाते हैं, उसके ऊपर तालाबंदी हो जाती है तो लोकतंत्र के लिए इससे ज्यादा चिंता और दुख की बात नहीं हो सकती। क्या हमारे देश के अंदर एक ही पार्टी का सिस्टम रहेगा, क्या हमारे लोकतंत्र के अंदर… वन पार्टी पॉलिटिक्स हमारे देश के अंदर रहेगी, बाकी सभी पार्टियों के अकाउंट्स फ्रीज़ हो जाएंगे, बाकी पार्टियों को क्या रहने का अधिकार नहीं है?
अब मैं आपको बताता हूं कि ये किस रीज़न (reason) से सील किया गया है और उसकी टाइमिंग आप समझ लेंगे, तो इससे ज्यादा हास्यास्पद बात नहीं हो सकती। ये 2018-19 के इनकम टैक्स रिटर्न के बेसिस पर 210 करोड़ रु की रिकवरी मांगी गई है… 2018-19 की! अभी क्या है… 2024 चल रहा है, चुनाव आने वाला है, 2018-19 की इनकम टैक्स रिटर्न बेसिस पर और क्या कारण है…. दो कारण- एक कारण कि हम लोगों को 31 दिसंबर, 2019 तक अपने अकाउंट सब्मिट करने थे और शायद 40-45 दिन लेट अकाउंट सब्मिट उस वक्त किया इनकम टैक्स के ऊपर, हम सब लोग 10-15 दिन अक्सर… बहुत लोग लेट हो जाते हैं… उसके बेसिस पर… एक कारण ये और दूसरा कारण क्या है कि 2018-19 इलेक्शन का वर्ष था और उस इलेक्शन के वर्ष में कुल 199 करोड़ रु. की रिसिप्ट कांग्रेस पार्टी की थी, जो इलेक्शन में खर्च हुए थे… 199 करोड़ रु। उसमें से सिर्फ 14 लाख 40 हजार रुपए…. सिर्फ़ 14 लाख 40 हजार रुपए हमारे कांग्रेस के एमपीज़ और एमएलएज़ ने एक महीने की अपनी तनख्वाह कैश में जमा कराई थी, सिर्फ़ 14 लाख 40 हजार रुपए…. और सिर्फ़ 14 लाख 40 हजार रुपए कैश में जमा कराया, इसकी वजह से 210 करोड़ रु. की रिकवरी की पैनल्टी कांग्रेस के ऊपर लगा दी गई है… ये कारण है और 2018-19 का किया हुआ आज जाकर पांच साल के बाद में चुनाव की घोषणा से दो हफ्ते पहले हमारे अकाउंट इसको लेकर फ्रीज़ कर दिए जाते हैं।
ये बड़े शर्म की बात है। हम लोग ये मांग करते हैं कि अगर अकाउंट फ्रीज़ होने चाहिए तो जो unconstitutional कॉर्पोरेट बांड्स बीजेपी ने अपने खाते में डाले हुए हैं, वो बीजेपी के अकाउंट सील होने चाहिए… वो फ्रीज़ होने चाहिए, जिसके बारे में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ये unconstitutional है। जो हमारा कांग्रेस का पैसा है, ये सारा पैसा तो हमारे कार्यकर्ताओं ने ऑनलाइन डोनेशन से क्राउडफंडिंग के माध्यम से… यूथ कांग्रेस ने अपना पैसा सारा का सारा ये जो उनका पैसा इकट्ठा होता है, आप सब लोग जानते हो मेंबरशिप ड्राइव से वो पैसा इकट्ठा करते हैं… तो जो क्राउडफंडिंग से पैसा इकट्ठा हुआ है, जो ऑनलाइन ड्राइव से हम लोग कर रहे हैं और जो यूथ कांग्रेस मेंबरशिप ड्राइव से पैसा इकट्ठा कर रही है, उसको इनकम टैक्स और बीजेपी की सरकार किस तरीके से सील कर सकती है? ये बड़े दुख की बात है, चिंता का विषय है।हम लोग अक्सर यहाँ से कहते हैं कि हमारे देश में डेमोक्रेसी में बेडियां लग गई हैं, बहुत साफ़ ये नज़र आ रहा है कि अब हमारे देश के अंदर लोकतंत्र नहीं रहा। ऐसा लगता है कि केवल वन पार्टी सिस्टम हमारे देश के अंदर लाने का ये प्रयास है और बाकी सारी पार्टियों के अकाउंट्स अगर फ्रीज़ होंगे, प्रमुख विपक्षी पार्टी का अकाउंट अगर फ्रीज़ किया जाएगा तो इससे ज्यादा लोकतंत्र के लिए चिंता की बात नहीं है।हम लोगों ने इनकम टैक्स अपेलैट (Appellate) ट्रिब्यूनल में परसों ही अर्जी लगाई है और अभी जब मैं आप लोगों के सामने बोल रहा हूं तो इनकम टैक्स अपेलैट ट्रिब्यूनल में हमारी अर्जी पर सुनवाई हो रही है और हम ये उम्मीद करते हैं कि हमारे देश की ज्यूडिशरी इस लोकतंत्र की रक्षा करेगी। हमारा पूरा भरोसा अब हमारे देश की ज्यूडिशरी पर है और हम उम्मीद करेंगे कि हमारे देश की ज्यूडिशरी लोकतंत्र के ऊपर जो ये हमला हुआ है और लोकतंत्र को बोडियों में बांधने की जो कोशिश हो रही है, इन बेडियों को खोलेगी और लोकतंत्र को हमारे देश में बहाल करेगी। अब हमें ज्यूडिशरी पर ही भरोसा है।कांग्रेस पार्टी आगे आने वाले दिनों में सड़क पर उतरकर लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए लड़ाई लड़ेगी। मैं आज ही… अभी यहाँ से निकल कर राहुल गांधी जी से मिलने के लिए जा रहा हूं। उनको मैं पूरा ब्रीफ़ करूंगा और मैं उम्मीद करूंगा कि आप सब लोगों का, मीडिया का खास तौर से इसमें सहयोग हमें मिले और आप जनता तक सही बात बताएं और ज्यूडिशरी हमारी रक्षा करे और कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतर कर इस लड़ाई को लड़े। धन्यवाद।
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