संवाददाता : बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी और शिवसेना के बीच संबंधों में ‘तल्खी’ को लेकर पहली बार चुप्पी तोड़ी है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के इस आरोप कि नरेंद्र मोदी सरकार को तानाशाह की तरह चलाते हैं, अमित शाह ने कहा कि उद्धव अब भी हमारे साथ हैं, क्या वो नहीं हैं?
अमित शाह ने कहा, ‘जो कुछ भी कहा जा रहा है, वो चुनाव के बुखार की वजह से है. एक बार चुनाव हो जाएगा तो सब अपनी पटरी पर आ जाएगा.’ शाह ने ये विश्वास भी जताया कि बीएमसी चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरेगी.
बीजेपी मानती है कि सब कुछ ये दिखाने के लिए हो रहा है कि राज्य में ‘बड़ा भाई’ कौन है? हालांकि अमित शाह ने एनसीपी से गठजोड़ की संभावना को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की. अमित शाह इस बात को लेकर आश्वस्त दिखे कि महाराष्ट्र में बीजेपी की अगुआई वाली सरकार को कोई खतरा नहीं है.
उद्धव ठाकरे ने इन दिनों जो तेवर अपना रखे हैं, उन्हें लेकर ऑन रिकॉर्ड तो बीजेपी कुछ नहीं कह रही लेकिन पार्टी में ऐसी भावना दिखती है जो उद्धव को ‘बहुत अहंकारी’ मानती है. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं खोलने की शर्त पर कहा, ‘जबकि उनमें (उद्धव में) बालासाहेब ठाकरे का कोई सकारात्मक पक्ष नजर नहीं आता लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने नकारात्मक सभी पक्षों को विरासत में हासिल कर लिया है.’ बता दें कि मुंबई में बीएमसी चुनाव 21 फरवरी को होने जा रहे हैं. बीते दो दशक से भी ज्यादा समय से शिवसेना और बीजेपी मिलकर बीएमसी चुनाव लड़ते रहे हैं. लेकिन इस बार चुनाव से पहले दोनों में सीटों के बंटवारे को लेकर तकरार हो गई और दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया.