अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली के लोगों से अपील करते हुए कहा कि बहुत जरूरी हो, तभी घर से बाहर निकलें और कोरोना को फैलने से रोकने में सहयोग करें। उन्होंने बताया कि हमने पिछले सप्ताह 5 हजार बेड बढ़ाए हैं और अस्पतालों में अभी 50 फीसद बेड उपलब्ध हैं। हम अभी और बेड बढ़ा रहे हैं। दिल्ली सरकार के कोविड केयर सेंटर के 5525 बेड में से केवल 190 बेड भरे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जरूरत के अनुसार, दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर अस्थाई कोविड केयर सेंटर स्थापित किए जाएंगे। हमने केंद्र सरकार से भी अपने अस्पतालों में कोविड बेड बढ़ाने का अनुरोध किया है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कोरोना के संबंध में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि दिल्ली में कल 10774 पॉजिटिव केस आए थे और सकारात्मकता दर 9.43 फीसद थी। कल दिल्ली में 1,14,288 टेस्ट किए गए थे। कल रात कोरोना की जो रिपोर्ट जारी की गई, उसके अनुसार, दिल्ली समेत पूरे देश में करीब 1.70 लाख से भी ज्यादा कोरोना के केस आए हैं। दिल्ली में भी कोराना नए स्तर पर पहुंच रहा है और पूरे देश में भी यही हालत है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी लोगों से अपील है कि घर से तभी निकलें, जब बहुत जरूरी हो और कोरोना को फैलने से रोकें। घर से जब भी बाहर निकलें, तब मास्क अवश्य लगाकर निकलें, बिना मास्क लगाए घर से बाहर न निकलें। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अस्पताल में दो ही चीजें हैं। एक आईसीयू है और एक वार्ड है। एक साल पहले जब कोविड-19 आया था, तब वेंटिलेटर का मुद्दा ज्यादा उठा था। अभी एचएफएनओ, बाइप अप और हाई फ्लो आॅक्सीन पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि हर एक मरीज को वेंटीलेटर की जरूरत नहीं होती है। सिर्फ दो से तीन फीसद लोगों को ही वेंटिलेटर की जरूरत होती है। होता यह है कि अगर वेंटिलेटर बेड पर कोई मरीज है और उसे वेंटिलेटर की जरूरत नहीं भी है, तब भी उसे वेंटिलेटर बेड में दर्ज किया जाता है। लेकिन वास्तव में वेंटिलेटर बेड पर बहुत ही कम मरीज हैं। मसलन, बुराड़ी अस्पताल में 30 मरीज हैं, जो वेंटिलेटर बेड के उपर हैं, लेकिन वास्तविकता में वेंटीलेटर पर एक भी मरीज नहीं हैं। उसी तरह, एलएनजेपी अस्पताल के अंदर वेंटिलेटर बेड पर 60 से 70 मरीज हैं, लेकिन उसमें से वास्तव में वेंटिलेटर के ऊपर दो या तीन मरीज ही हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली के अंदर हम लगातार कोविड बेड बढ़ा रहे हैं। हम लोगों ने पिछले एक सप्ताह के अंदर करीब 5 हजार बेड बढ़ा दिए हैं। अस्पतालों में आज भी 50 फीसद बेड मरीजों के लिए उपलब्ध है और आगे भी हम और बेड बढ़ा रहे हैं। दिल्ली सरकार के दिल्ली के अंदर कोविड केयर सेंटर के 5525 बेड हैं। इसमें से 190 बेड यानी केवल 2 फीसद के करीब ही बेड अभी भरे हुए हैं, बाकी बेड अभी उपलब्ध हैं। स्वास्थ मंत्री सत्येंद्र जैन ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पिछले वर्ष नवंबर में दिल्ली में आई पिक के दौरान 18 हजार कोविड बेड बनाए गए थे। हम लोग उतने बेड बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं और इसमें हम जल्दी ही सफल हो जाएंगे। हमने केंद्र सरकार से भी अपने अस्पतालों में कोविड बेड बढ़ाने का अनुरोध किया है। केंद्र सरकार के अस्पतालों में अभी 1090 बेड उपलब्ध हैं, जबकि पिछली बार जब नवंबर में पिक आई थी, तब केंद्र सरकार के अस्पतालों में 4 हजार से अधिक बेड थे। हमने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि वे नवंबर महीने में जितने कोविड बेड बनाए थे, उतने बेड फिर बना देते हैं, तो हम नवंबर के बराबर पहुंच जाएंगे। हमने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह अपने सभी अस्पतालों में पहले जितने कोविड बेड थे, उतने ही बढ़ा दें, तो हमारे पास पिछले वर्ष के बराबर बेड हो जाएंगे। श्री जैन ने कहा कि जरूरत के अनुसार विभिन्न स्थानों पर अस्थायी कोविड केयर सेंटर स्थापित किए जाएंगे।