अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: थाना तिलक मार्ग,नई दिल्ली ने सिविल सेवा परीक्षा में चयन के लिए अनुचित साधनोंका उपयोग कर सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी को जालसाजी के मामले में अरेस्ट किया हैं। अरेस्ट किए गए आरोपित का राज कुमार शर्मा निवासी नालंदा , बिहार हैं। इस आरोपित के खिलाफ बीते 13 जुलाई 2020, भारतीय दंड सहिंता की धारा 419, 468, 471 ,केस नंबर -41 / 2020 दर्ज केस में अरेस्ट किया गया हैं।
पुलिस के मुताबिक 5 मार्च -2020 को यूपीएससी के अवर सचिव परमजीत चड्ढा की शिकायत पीएस तिलक मार्ग में मिली थी, जिसमें एक शख्स पर आरोप लगाया गया था। सीएसई (मेन्स) 2019 और आईएफओएस (मेन्स) 2019 को क्वालिफाई करने वाले राज कुमार शर्मा ने दोनों परीक्षाओं की अंतिम सूची में अपना नाम शामिल करने के लिए पीएमओ और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा कथित रूप से यूपीएससी को 08 पत्र भेजे हैं. इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को स्पष्ट किया गया था। बताया गया कि प्रधानमंत्री कार्यालय और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से कथित रूप से भेजे गए उक्त कार्यालय आदेश वास्तविक नहीं थे। इसलिए पत्र के लिफाफों पर लिखावट सत्यापित करने के लिए पत्र सीएफएसएल को भेजे गए थे। सीएफएसएल ने इस बात की पुष्टि की कि लिफाफों पर लिखावट जिसमें लिखे गए पत्रों का मिलान राज कुमार शर्मा की प्रवेश पत्र लिखावट से हुआ है।
इस मामले में पुलिस थाना तिलक मार्ग, नई दिल्ली जिले ने 30 वर्ष की आयु के राज कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया है। जो नालंदा (बिहार) वर्तमान में गुजरात के अहमदाबाद में सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी के पद पर प्राथमिकी दर्ज नहीं है। सिविल सेवा परीक्षा 2019 में चयन के लिए अनुचित साधनों का उपयोग करने के आरोप में आईपीसी की तारीख 13 जुलाई 2020, भारतीय दंड सहिंता की धारा 419/468/471 आईपीसी के तहत दर्ज मुकदमा न. 41 में अरेस्ट किया गया। दिनांक 8.12.2020 को इस मामले में आरोपित राज कुमार शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपितों का प्रोफाइल: 1.नाम -राज कुमार शर्मा 2. योग्यता- बीएससी 3. व्यवसाय- वह आयकर विभाग में सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं और वर्तमान में अहमदाबाद, गुजरात में तैनात हैं। 4. उम्र – 30 साल. 5.पता- जिला नालंदा (बिहार) हैं ।