अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:दिल्ली पुलिस की स्पेशल स्टाफ,बाहरी जिले की टीम ने आज पंजाब के लुधियाना के एक जौहरी से 10 किलोग्राम सोना सीजीएसटी अधिकारी बनकर ठगी करने के सनसनीखेज मामले में एक आरोपित जो इस वारदात का मास्टरमाइंड हैं, को पंजाब के खन्ना से गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपित का नाम सुशील हैं। ये आरोपित शिकायतकर्ता का परिचित हैं। पुलिस ने आरोपित कब्ज़ा से ठगे गए 10 किलोंग्राम सोने में से 8 किलो ग्राम सोना बरामद किया हैं , जिस की कीमत 4 8 करोड़ हैं। इस मामले में एफआईआर नंबर -580 /2023 , दिनांक 15 जुलाई 2023, भारतीय दंड संहिता की 419 ,420 ,34 के तहत मुकदमा पीएस रानी बाग़ , दिल्ली में दर्ज किया गया था। ये आरोपित पहले भी 18 अन्य मुकदमों में शामिल हैं।
पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक रविंदर कुमार की शिकायत पर पीएस रानी बाग, दिल्ली में एफआईआर संख्या 580/2023 गत 15 जुलाई 2023 के तहत आईपीसी की धारा 419/420/34 के तहत एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह नियमित रूप से दिल्ली से सोना खरीदते हैं। सोने के आभूषण बनाकर स्थानीय बाजार में बेचता है। गत 10 जुलाई 2023 को, उन्होंने अपने ड्राइवर बलराज और कर्मचारी राजन बावा को जीएसटी बिल के साथ दिल्ली से सोने की डिलीवरी लेने के लिए भेजा। रात करीब 9 बजे वे सोने की डिलीवरी लेकर अर्टिगा कार से लुधियाना (पंजाब) के लिए निकले। रात करीब 9:30 बजे जब वे वेस्ट एन्क्लेव के पास, हरियाणा मातृ भवन के पास पहुंचे, तो एक सफेद i 20 कार ने उन्हें ओवरटेक किया और उस i 20 हुंडई कार से दो अज्ञात व्यक्ति बाहर आए और अपना नाम सेंट्रल से इंस्पेक्टर सतबीर सिंह और इंस्पेक्टर रवि कुमार बताया। जीएसटी विभाग ने बताया कि उन्हें उनकी कार में अनाधिकृत सोना होने की जानकारी थी। कार में कुछ अन्य 2-3 लोग भी बैठे थे लेकिन काले शीशे के कारण वे उन्हें स्पष्ट रूप से नहीं देख सके। इसके बाद उन दोनों व्यक्तियों ने उक्त 10 सोने की प्लेटों (प्रत्येक 1 किलो, कुल 10 किलो) का बिल मांगा, जिस पर राजन ने शिकायतकर्ता रविंदर कुमार को अपने मोबाइल से व्हाट्सएप पर कॉल किया और उन दो व्यक्तियों में से एक के साथ उसकी बात कराई। उन्होंने खुद को केंद्रीय जीएसटी विभाग के इंस्पेक्टर के रूप में पेश किया और फिर शिकायतकर्ता ने उन्हें बताया कि उसके पास उन सभी सोने की ईंटों के बिल हैं। दोनों अधिकारियों ने उनसे सोना ले लिया। इसके बाद दोनों ने ड्राइवर को सीजीएसटी के उनके कार्यालय में आने के लिए कहा। फिर, गत 11 जुलाई 2023 को शिकायतकर्ता दिल्ली पहुंचा और व्यक्तिगत रूप से केंद्रीय जीएसटी विभाग के संबंधित कार्यालय में गया और उन जीएसटी निरीक्षकों और अपने सोने (10 गोल्ड प्लेट्स) के बारे में विवरण और तथ्य जानने की कोशिश की, लेकिन उसकाकोई परिणाम नहीं निकला। इसके अलावा, राजन गत 11 जुलाई 2023 से उनके संपर्क में नहीं था और इस लिए उसे पूरा संदेह था कि उसके कर्मचारी राजन बावा ने कुछ अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिल कर जीएसटी निरीक्षकों का रूप धारण करने वालों के साथ मिलकर उसे धोखा दिया है। अपराध की गंभीरता को देखते हुए, तुरंत जांच शुरू की गई और इंस्पेक्टर स्पेशल स्टाफ/बाहरी जिले के नेतृत्व में एक समर्पित टीम का गठन किया गया। टीम ने मामले के सभी पहलुओं को खंगाला। लगभग 100 सीसीटीवी कैमरों की जाँच की गई और उनका विश्लेषण किया गया और कॉल विवरण का विश्लेषण किया गया। तकनीकी निगरानी के आधार पर आरोपी सुशील कुमार उर्फ टोप्पी उर्फ राकेश उर्फ राजेश कुमार पुत्र राज कुमार, उम्र 42 वर्ष निवासी मकान नंबर 1251-सी/440, ईशर नगर, गली नंबर 2, थाना डाबा, को खन्ना ,लुधियाना, पंजाब से गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर उसके घर से 10 में से 8 सोने की प्लेटें बरामद कर ली गई हैं।
पूछताछ :
निरंतर पूछताछ के दौरान, आरोपी सुशील ने खुलासा किया कि वह नियमित रूप से जीएसटी कार्यालय जाता था। उन्होंने जीएसटी अधिकारियों की कार्यप्रणाली के बारे में कुछ जानकारी हासिल कर ली थी। वह राजन को 2 साल से जानता है। उसने राजन और कुछ अन्य व्यक्तियों के साथ सीजीएसटी अधिकारी बनकर जौहरी को ठगने की साजिश रची।
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