अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित बिसरख कोतवाली पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाकर ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी साइबर कैफे की आड़ में फर्जी दस्तावेज बनाने का धंधा चला रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से फर्जी प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, कंप्यूटर प्रिंटर, फोटोस्टेट मशीन आदि सामान बरामद किया है। जिस समय पुलिस ने मामले की जानकारी देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थी, उसी दौरान आरोपी पक्ष की महिला वकील ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया। फर्जी केस दर्ज कर नाबालिग को हिरासत में रखने का आरोप लगाया और पैसे कि मांग पुरी न होने पर गिरफ्तार किए जाने कि बात कही। पुलिस के अधिकारियो ने इन आरोपों को निराधार बताया है।
पुलिस की गिरफ्त में खड़े शादाब आलम, दादरी की निवासी है और साहिल दनकौर का रहने वाले, इन दोनों को बिसरख थाने की पुलिस ने एक मुखबिर की सूचना पर चार मूर्ति गोल चक्कर के पास से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी से चार सीपीयू, चार मॉनिटर, दो लैमिनेशन मशीन,टीन की बोर्ड, बने हुए आधार कार्ड, 39 वाहनों की आरसी, 50 फर्जी आधार कार्ड, बने हुए ड्राइविंग लाइसेंस, 14 स्कूलों की मार्कशीट, 12 इंटरमीडिएट की मार्कशीट, दो आईटीआई की मार्कशीट बरामद की गई है।
नोएडा सेंट्रल की डीसीपी हरिश चन्दर ने बताया कि आरोपी फर्जी मार्कशीट, आधार कार्ड, ड्राइविंग जैसे सरकारी दस्तावेज तैयार कर लोगों को असली बताकर ठगी करते थे। आरोपी कई लोगों को फर्जी प्रमाण पत्र दे चुके थे, इस संबंध में और बरामद प्रमाण पत्र के नाम पते वाले लोगों के पहचान किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रेस वार्ता के दौरान ही उस समय हंगामा हो गया आरोपी पक्ष की महिला वकील आरती गुप्ता ने पुलिसवालों पर नाबलिक को हिरासत में रखने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।पुलिस पर आरोप लगाया गया कि शादाब आलम को पकड़ने गई पुलिस वालों में छोड़ने के बदले में अपने पेटीएम में 800 ट्रांसफर करने की मांग की थी पैसे ना देने से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपों को निराधार बताते हुए महिला वकील को समझा कर और अपना पक्ष कोर्ट में रखने की बात कह कर वापस भेज दिया..
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