अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली के तिलक नगर थाना पुलिस ने एक शख्स से मोबाइल फोन पर जान से मारने की धमकी देकर 10 लाख रूपए की रंगदारी मांगने के मामले में दो आरोपितों को अरेस्ट किया है। इन दोनों बदमाशों को पुलिस ने मात्र 12 घंटों में ही अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने इस वारदात में इस्तेमाल की गई मोबाइल फोन को भी बरामद कर लिया है। इन दोनों आरोपितों के खिलाफ थाना तिलक नगर में केस नंबर -187/21 , भारतीय दंड सहिंता की धारा 387 के तहत मुकदमा किया है और दोनों आरोपितों को इस मुकदमे में अरेस्ट किया है।
पुलिस के मुताबिक 16 मार्च -2021 को 09:36 बजे शिकायतकर्ता को एक अनजान व्यक्ति के मोबाइल फोन पर धमकी भरा फोन आया। कथित फोन करने वाले ने खुद को तिहाड़ जेल से गैंगस्टर के रूप में पेश किया और शिकायतकर्ता को धमकी दी कि वह उसे 10 लाख रुपये दे अन्यथा उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे । कथित फोन करने वाले ने और दबाव बनाने के लिए शिकायत का सही ब्योरा भी साझा किया । शिकायतकर्ता को आगे 18-19 मार्च -2021 को इसी नंबर से 4 धमकी भरे कॉल मिले। शिकायतकर्ता ने घटना के बारे में पुलिस को सूचित किया और तदनुसार एफआईआर दिल्ली के पीएस तिलक नगर में 187/21, भारतीय दंड सहिंता की धारा 387 के तहत दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत इंस्पेक्टर सुनील कुमार, एसएचओ तिलक नगर के नेतृत्व में एक टीम, जिसमें एसआई परमिंदर, एएसआई जयवीर सिंह,एचसी विनोद, एचसी प्यारे लाल, व सीटी शामिल थे। हेमंत का गठन एसीपी तिलक नगर के एसएचओ सुरेंद्र यादव की देखरेख में किया गया।तकनीकी निगरानी के आधार पर आरोपी अरुण कुमार उर्फ़ लाला को इस मामले में ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया गया।
उसके घर से जबरन वसूली में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद किया गया। जांच के दौरान आरोपी अरुण कुमार से पता चला कि एक पवन, जिसकी पूर्व में आपराधिक संलिप्तता भी है, ने शिकायतकर्ता से जबरन वसूली के उद्देश्य से वर्तमान साजिश रची और उन्होंने शिकायतकर्ता को 10 लाख रुपये ऐंठने की धमकी दी। 10 लाख भी सामने आया कि आरोपी लोगों ने जबरन वसूली के मकसद से अन्य लोगों को भी विभिन्न धमकी भरे कॉल किए, जिनकी जांच की जा रही है।आरोपी पवन को आरोपी अरुण कुमार के कहने पर गिरफ्तार किया गया जिसने खुलासा किया कि उसका चचेरा भाई शिकायतकर्ता का पूर्व कर्मचारी था जिसने उसे जबरन वसूली के उद्देश्य से शिकायतकर्ता के परिवार का सारा ब्योरा उपलब्ध कराया था। उसने यह भी खुलासा किया कि उसने अपने चचेरे भाई के कहने पर वर्तमान साजिश रची। उसने आगे खुलासा किया कि उसने गोविंद पुरी बस स्टॉप के पास एक पिक-पॉकेट से वर्तमान अपराध में इस्तेमाल मोबाइल को 300 रुपये में खरीदा और यह मोबाइल आरोपी अरुण कुमार के घर पर रखा जिसने उसके कहने पर शिकायतकर्ता को धमकी भरे कॉल किए।