अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा की थाना फेज-2 पुलिस और क्राइम ब्रांच के जॉइंट ऑपरेशन में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव(एमआर) सहित तीन लोगो को एनएसईजेड बाउंड्री गेट के सामने से गिरफ्तार किया है। आरोपी दो हजार का रेमडेसिविर इंजेक्शन 40 हजार रुपये में बेच रहे थे। पुलिस ने आरोपियों से पांच रेमडेसिविर इंजेक्शन सहित अन्य कई सामान बरामद किए है।
पुलिस कि गिरफ्त में खड़े परवेज, नईम और निसार को थाना फेज-2 पुलिस और क्राइम ब्रांच ने जॉइंट ऑपरेशन के दौरान एनएसईजेड बाउंड्री गेट के सामने के सामने से उस समय गिरफ्तार किया जब ये दो हजार का रेमडेसिविर इंजेक्शन 40 हजार रूपए में बेचने के लिए आए थे। एडीसीपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि पुलिस और क्राइम ब्रांच ने जिले में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन सहित कोरोना वायरस से जुड़ी जरूरी दवाइयों की काला बाजारी करने वालों के खिलाफ अभियान चला रखा है। पुलिस को सूचना मिली थी की तीन आरोपी इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने एनएसईजेड बाउंड्री गेट के सामने से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। एडीसीपी ने बताया कि आरोपियों शामिल परवेज एमआर के तौर पर काम करता है, जबकि आरोपी नईम पूर्व में अस्पताल का कर्मचारी रह चुका है। पुलिस कि पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया है कि वह नोएडा में अलग-अलग जगह 30 से 40 हजार रुपये में एक इंजेक्शन बेच रहे थे। इस तरह आरोपी अभी तक करीब 30 लोगों से रुपये ऐंठ चुके हैं। पूछताछ के दौरान सामने आया है कि आरोपियों ने कई महीने पहले ही इंजेक्शन इकट्ठा कर लिए थे। इन्होंने जिले में अलग-अलग मेडिकल स्टोर से इंजेक्शन खरीदे थे। जैसे ही इनकी मांग बढ़ी तो आरोपियों ने कालाबाजारी शुरू कर दी। एमआर के तौर पर काम करने वाले आरोपी परवेज ने अधिकतर इंजेक्शनों की जमाखोरी की। वह मेडिकल स्टोर पर सप्लाई करने की बजाए अपने पास ही इंजेक्शन रख लेता था। आरोपियों ने सोशल मीडिया पर कई अलग-अलग अकाउंट बना रखे हैं। आरोपी सोशल मीडिया के जरिए जरूरतमंदों से संपर्क करते थे फिर उन्हें झांसा देते थे कि उनके पास भारी मात्रा में इंजेक्शन उपलब्ध है। इसके बाद आरोपी जरूरतमंदों से मनमानी कीमत वसूलते थे।पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम , महामारी अधिनियम व आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
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