अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि असम में पहले चरण का चुनाव जैसे ही समाप्त हुआ, भारतीय जनता पार्टी की बत्ती गुल हो गई है। उनके चेहरे का भय और असम की बहादुर और जागरुक जनता के द्वारा अपर असम में जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी को सीरे से खारिज कर दिया गया है, उससे भारतीय जनता पार्टी का केन्द्रीय नेतृत्व से लेकर असम के भाजपाई मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल जी और सब भयभीत हैं। और इस घबराई हुई, लड़खड़ाई हुई और छटपटाई हुई भारतीय जनता पार्टी ने आज वो किया जो शायद इस देश के इतिहास में कभी नहीं हुआ।
असम के हर समाचार पत्र का पहला पन्ना उन्होंने इश्तिहार के तौर पर खरीद लिया और मैं आपको भेज रहा हूं और ये असम ट्रिब्यून का पहला पन्ना आपको दिखा रहा हूं। ये अखबार की हैडलाइन नहीं है, ये भारतीय जनता पार्टी का इश्तिहार है। पहले चरण का ऊपरी असम का चुनाव हारने के बाद वो बड़े-बड़े इश्तिहार देकर ये भ्रम फैला रहे हैं कि वो सारी सीटें जीत जाएंगे और ये एक अखबार में नहीं, ये असम के हर अखबार का पहला पन्ना है, आज का। अगर आप देखेंगे, तो हर अखबार में उपरी असम में भाजपा की जीत तय, वगैरह – वगैरह और ये जो आपको लगता है य़े खबर है, ये खबर नहीं ये भाजपा का इश्तिहार है। ये सीधे-सीधे एक हारी हुई, बौखलाइ हुई, छटपटाई हुई और घबराई हुई भारतीय जनता पार्टी, उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी , उनके मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल जी, उनके प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास जी और भाजपा का पूरा नेतृत्व जो है, उनके द्वारा ये अपराध किया गया है। क्योंकि जैसा हम जानते हैं, चुनाव आयोग ने बाकायदा 26 मार्च, 2021 को, ये पत्र मैं आपको जारी कर रहा हूं, ये पत्र जारी करके हिदायत दी है कि अगर कोई भी दल, कोई भी पत्र,कोई भी चैनल या कोई भी राजनेता किसी प्रकार से भी अगर ये कोशिश करेगा दिखा ने की कि नतीजे या नतीजों का परिणाम अमूक तरह का है य़ा किसी राजनीतिक दल के हक में है, तो सीधे-सीधे उसका परिणाम क्या होगा – उस पर 126 (A) रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल एक्ट में अपराधिक मामला दर्ज होगा। ये एक अपराध है, जिसकी सजा कम से कम 2 साल है और इसीलिए आज छुट्टी के दिन हमने भारत के चुनाव आयोग को तकलीफ दी। उन्हें बाकायदा ये ज्ञापन दिया है और इस ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेस पार्टी ने तीन मुख्य मांगें रखी हैं;-
1. पहली मांग है कि असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल जी, भारतीय जनता पार्टी के असम के अध्यक्ष हैं, रंजीत कुमार दास जी और भारतीय जनता पार्टी के जो केन्द्रीय अध्यक्ष हैं, जेपी नड्डा और भाजपा के पदाधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। एफआईआर दर्ज की जाए, 126 A रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल एक्ट की अवहेलना की। जिसकी कम से कम सजा 2 साल है। इसके साथ-साथ
2. हमने ये भी उन्हें कहा है कि सब अखबार को, पत्रिकाओं को, पत्रों को और सभी चैनलों को ये हिदायत दी जाए कि भाजपा जो अपराध कर रही है, इस अपराध में बिल्कुल भागीदार ना बने, ये पाप है, पाप के भागीदार ना बनें। खासतौर से आज होलिका दहन का समय है, आज बुराई को दहन करने का समय है, ऐसे में जो बुराई के सूत्रधार हैं भाजपा के लोग, उनका साथ ना दें।
3.इश्तिहार जो हैं, आपको पता है कि एक एमसीएमसी एक कमेटी होती है, जिसमें अप्रूवल होता है,इसका मतलब वो कमेटी भी भाजपा के साथ मिल कर इस अपराध की भागीदार है, उनको भी दंडित किया जाए और चुनाव की शूचिता, स्वतंत्रता और निष्पक्षता, से सुनिश्चित करने के लिए संपूर्ण कदम उठाए जाएं।चुनाव आयोग ने हालांकि आज छुट्टी थी, हमारे ज्ञापन का संज्ञान लेते हुए चीफ इलेक्ट्रोटरल ऑफिसरअसम से बाकायदा एक्सप्लेनेशन मांगी है। मुझे ये भी बताया है अभी जो कन्फर्म होना बाकी है कि सब समाचार पत्रों को भी असम में हिदायत दी गई है कि इस प्रकार के कानून के उल्लंघन से पहले बाकायदा चुनाव आयोग से अनुमति हो। हमें उम्मीद है कि कल चुनाव आयोग, हालांकि आज जो मुख्य चुनाव आयुक्त आज सफर कर रहे हैं, कल वो हमारे प्रतिनिधिमंडल को मिलेंगे और हम उन्हें कल फिर कहेंगे कि तुरंत एफआईआर दर्ज हो। सर्बानंद सोनोवाल जी के खिलाफ कार्यवाही हो, जेपी नड्डा और रंजीत दास जी के खिलाफ कार्यवाही हो।