अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: एंटी करप्शन ब्यूरो, फरीदाबाद में दर्ज मुकदमा नंबर -2 दिनांक 18 जनवरी 2025 धारा 7 पी.सी. एक्ट थाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, फरीदाबाद में फरार आरोपित एएसआई महावीर सिंह तत्कालीन जांच अधिकारी, थाना सेंट्रल, सेक्टर-12, फरीदाबाद की अग्रिम जमानत याचिका जिला अदालत फरीदाबाद से खारिज होने पर आरोपित द्वारा दिनांक 10 मार्च 2025 को जिला अदालत फरीदाबाद में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद आरोपित एएसआई. महावीर सिंह को एसीबी. द्वारा गिरफतार कर दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।मामला यह था कि शिकायतकर्ता धर्मेन्द्र चौधरी निवासी गांव तमौला, थाना कोसी कलां, तहसील छाता, जिला मथुरा, उत्तर प्रदेश. हाल गांव सीकरी, जिला फरीदाबाद ने एसीबी. फरीदाबाद को दी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि वह काम की तलाश में सेक्टर-12 फरीदाबाद की तरफ जा रहा था। रास्ते में एक महिला द्वारा लिफ्ट मांगने पर उसको लिफ्ट दे दी। उस महिला से उसकी जान-पहचान होने के बाद उनके आपसी सहमति से शारीरिक सम्बन्ध बन गए। बाद में उसकी व उस महिला की 1500/-रूपए को लेकर अनबन हो गई। इस 1500/-रूपए. के लेनदेन के सम्बन्ध में प्राप्त तथाकथित शिकायत के आधार पर आरोपित एएसआई महावीर उसको थाना सेंट्रल फरीदाबाद ले गया तथा उसका मोबाइल छीनकर अपने पास रख लिया। आरोपित एएसआई महाबीर द्वारा उसको इस मामले मे पुलिस कार्रवाई से बचने की एवज में उससे 1,00,000/-रूपए नकद बतौर रिश्वत की मांग की गई। बाद में उसके व आरोपित के बीच 50,000/-रूपए में बात तय हो गई। इसके उपरांत आरोपित एएसआई. महावीर ने शिकायतकर्ता से 30,000/-रूपए ले लिए तथा दिनांक 17 जनवरी .2025 को आरोपित एएसआई. द्वारा उससे बकाया 20,000/-रूपए. की मांग की गई।दिनांक 18 जनवरी 2025 को आरोपित एएसआई. महावीर द्वारा थाना सेंट्रल सेक्टर-12 फरीदाबाद के गेट के पास शिकायतकर्ता से बकाया रिश्वत राशि 20,000/-रूपए . ली गई। जब वहाँ मौजूद एसीबी टीम आरोपित को पकडने के लिए आगे बढ़ी तो शक होने पर आरोपित थाना के दूसरे गेट से रिश्वत राशि सहित फरार हो गया। एसीबी. टीम द्वारा मौका पर थाना में खडी आरोपित की कार को कब्जा में लेकर तलाशी की गई तो आरोपित की कार से 36,505/-रूपए संदिग्ध राशी बरामद हुई। एसीबी. की टीम द्वारा नियमानुसार कार्रवाई करते हुए आरोपित की कार व संदिग्ध राशि को कब्जा पुलिस में लिया गया।
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