अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में साइबर अपराध और कानूनी जागरूकता पर न्याययिक अधिकारियों एवं लोक अभियोजकों के लिए आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। यह कार्यक्रम गृह मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में आयोजित किया गया। इसके समापन अवसर पर हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक एवं अम्बाला रेंज के एडीजीपी आलोक कुमार रॉय ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इसमें 11 न्याययिक अधिकारियों तथा 10 लोक अभियोजकों ने भाग लिया।
एडीजीपी रॉय ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में साइबर अपराध सभी अपराधों की धुरी है। कोई भी अपराध हो उसमें साइबर अपराध भी प्राय: मिलता है.हमारी सभी सूचनाएं नेट या कम्प्युटर में संग्रहित रहती हैं जिनकों हासिल करके फायदा उठाने के लिए अपराधी तरह-तरह के तरीके अपनाते है.जहां साइबर अपराध समाज की सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में उभर रही है वहीं पुलिस एवं न्याय तंत्र भी इससे निपटने के लिए निरंतर अपने को मजबूत कर रहा है। पुलिस में साइबर अपराध से निपटने के लिए बेहतर प्रशिक्षण की व्यवस्था है और हरियाणा में जिला स्तर पर अलग-अलग साइबर सैल नागरिकों की सहायता के लिए बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जागरूकता साइबर अपराध से बचने का एक आसान और अच्छा तरीका है।
हमें किसी भी प्रलोभन से बचना चाहिए। बेबसाइट, टेलीफोन के जरिए मुफ्त और ईनाम के ऑफरों से बचना चाहिए। उन्होंने विश्ववास व्यक्त किया कि न्यायायिक अधिकारियों और लोक अभियजकों के लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम से साइबर अपराधियों पर न्याय का चाबूक चलाने मे सहायक होगा। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए।समापन अवसर पर कार्यक्रम संयोजक एवं अकादमी के जिला न्यायवादी आनंद मान ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा दिए गए प्रशिक्षण की विषय-वस्तु के बारे में जानकारी दी। अकादमी के उप पुलिस अधीक्षक राजकुमार ने मुख्य अतिथि एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर अकादमी के पुलिस अधीक्षक कृष्ण मुरारी, उप पुलिस अधीक्षक पवन कुमार, उप पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी देवी, उप जिला न्यायवादी रामपाल सहित अन्य स्टाफ भी उपस्थित रहा।