अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस ने आज किसान संगठनों द्वारा बलपूर्वक चलाए जा रहे ‘दिल्ली चलो‘ अभियान को देखते हुए नागरिकों को सलाह दी है कि वे हरियाणा से दिल्ली में प्रवेश करने वाले नेशनल हाइवे नंबर 10 (हिसार-रोहतक-दिल्ली) तथा नेशनल हाइवे 44 (अंबाला-पानीपत-दिल्ली) पर यात्रा करने से बचें क्योंकि उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने आज बताया कि पुलिस की फील्ड इकाईयों द्वारा आज सभी जिलों में संयमित तरीके से पंजाब से आ रहे किसानों को जिला बार्डर प्वांइटस पर हरियाणा में आने से रोकने का प्रयास किया गया। पुलिस ने अवरोधक लगाकर किसानों को समझाने का भी प्रयास किया। लेकिन आंदोलनकारी किसानों ने अवैधानिक रूप से बल प्रयोग करते हुए न केवल पुलिस के बैरीकेड्स को क्षतिग्रस्त किया बल्कि आपराधिक तरीके से सभी अवरोधक को हटाते हुए आगे बढते गए। पुलिस ने संयम से काम लेते हुए आंदोलनकारी किसानों पर बल प्रयोग नहीं किया। इसके विपरीत, किसानों ने आक्रामक रूख अख्तियार करते हुए कई स्थानों पर पुलिस पर पथराव कर कानून व्यवस्था को भंग करने की कोशिश की। इस सारे प्रकरण में न केवल कई पुलिसकर्मियों को चोटें लगी बल्कि पुलिस की गाड़ियों सहित निजी वाहनों को नुकसान पहुंचाते हुए उनके शीशे भी तोडे़ गए।
डीजीपी ने कहा कि किसान आंदोलन से दिल्ली जाने वाले रास्तों पर विशेषकर पानीपत-करनाल,करनाल-करूक्षे़त्र तथा कुरूक्षेत्र-अंबाला के बीच आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। डीजीपी ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में कुछ असामाजिक व शरारती तत्व भी सार्वजनिक सम्पति को नुकसान पहुंचाने की काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने किसानों से अपने दिल्ली चलो अभियान को राज्य व देशहित को देखते हुए वापिस लेने की अपील भी की। उन्होंने किसानों से उन लोगों से सतर्क रहने का भी आग्रह किया जो अपने स्वार्थ के लिए किसानों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं।