अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने कोरोना के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर दिल्ली के सभी रेस्टोरेंटों को 31 मार्च तक बंद करने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि रेस्टोरेंट में बैठक कर खाना खाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। खरीदने और होम डिलीवरी पर प्रतिबंध नहीं है। पूर्व में किसी धार्मिक, राजनीतिक या सामाजिक समेत अन्य आयोजनों में 50 से अधिक लोगों की भीड़ एकत्र होने पर रोक थी, लेकिन अब ऐसे आयोजनों में 20 से अधिक लोगों की भीड़ एकत्र होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिन लोगों को क्वारेंटाइन किया जा रहा है, उनके हाथ पर अब स्टैंपिंग भी की जा रही है, ताकि वे सार्वजनिक स्थान पर जाने से रोका जा सके। ऐसे लोग सरकार के निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है और उन पर एफआईआर भी दर्ज की जा सकती है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी से अपील कि घबराएं नहीं, बल्कि ऐहतियात बरतें।
दिल्ली सचिवालय के मीडया सेंटर में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली सरकार सभी उचित कदम उठा रही है। अभी तक दिल्ली में कुल 10 मरीज पाए गए हैं। इसमें से एक की मौत हो गई है। दो मरीज ठीक होकर घर चले गए हैं। उनमें से एक मरीज सिंगापुर चले गए हैं और दिल्ली के 6 मरीजों का इलाज चल रहा है। यह लोग भी अब ठीक हो रहे हैं। अभी तक हमारे पास क्वारेंटाइन करने के लिए कुल 768 बेड की क्षमता है। उनमें से अभी तक 57 बेड इस्तेमाल हुए हैं। अभी 711 बेड खाली है। हमारे पास कुल 550 आइसोलेशन बेड हैं, जहां मरीज को भर्ती कर इलाज किया जा सकता है। केंद्र सरकार के अस्पतालों में 95 बेड हैं। 550 बेड में से सिर्फ 40 का इस्तेमाल हो रहा है। इसमें वह लोग हैं, जो संदिग्ध मिले हैं। उनको आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। केंद्र सरकार के 95 बेड में से 67 इस्तेमाल हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने कोरोना को लेकर आज कुछ फैसले लिए हैं। जिसमें दिल्ली के सभी रेस्टोरेंट बंद किए जा रहे हैं। इसमें रेस्टोरेंट में बैठ कर खाना खाने पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। अगर आप खाना खरीदते हैं या होम डिलीवरी करते हैं, तो उस पर प्रतिबंध नहीं है। उसी तरह, आज से सभी शैक्षणिक स्कूल व काॅलेज 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं। शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारियों को अपने संस्थान में नहीं आना होगा और वो अपने घर से ही काम करेगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिन लोगों को एयरपोर्ट पर क्वारेंटाइन किया जा रहा है, उनसे घर पर भी क्वारेंटाइन करने के लिए कहा जा रहा है। उन्हें अलग कमरे में रहने के लिए कहा जा रहा है। उनके उपर स्टैंपिंग की जा रही है। क्योंकि कई मामले सामने आए हैं कि वो लोग भाग जा रहे हैं और क्वारेंटाइन नहीं कर रहे हैं। इसलिए उनके हाथ में स्टैंप लगाई जा रही है, ताकि सार्वजनिक स्थान पर स्टैंप लगा व्यक्ति दिखाई दे, तो उसे तुरंत घर जाने के लिए कहा जाए। ऐसे लोगों से हम कहना चाहते हैं कि आप दूसरों को भी बीमारी फैला सकते हैं। आपको क्वारेंटाइन करने के लिए कहा जा रहा है, तो आप करते रहिए। यह बहुत ही खतरनाक बीमारी है। जिससे सारी दुनिया परेशान है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो सरकार के पास कोई विकल्प नहीं बचेगा और हमें सख्त कदम उठाने पड़ेगे। संभव है कि आपको गिरफ्तार करना पड़े और आपके खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी पड़े।