अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के कारण हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) योजना के श्रमिकों को रोजगार देने के उद्देश्य से, राज्य सरकार ने मनरेगा मजदूरों को काम पर लगाने का निर्णय लिया है। चरखी दादरी और झज्जर जिलों को छोडकऱ, प्रदेश की 201 पंचायतों में लगभग 4771 मजदूरों ने काम शुरू कर दिया है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2020-21 के दौरान ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए मनरेगा स्कीम में व्यक्तिगत श्रेणी के तहत लगभग 40,000 कैटल शैड बनाने की मुहिम भी शुरू की जा चुकी है। इसके तहत लगभग 6,000 लाभार्थियों की पहचान की गई है।उन्होंने बताया कि इस दौरान सरपंच व मेट के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मजदूर कार्यस्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, मुंह को मास्क या कपड़े से ढककर रखें और अपने हाथ साबुन से धोएं। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि मौके पर तम्बाकू ,बीड़ी या गुटखे का प्रयोग न हो। प्रवक्ता ने बताया कि मनरेगा स्कीम के तहत विभिन्न जिलों में नहरों की सफाई (गाद निकालना) के लिए लगभग 53 करोड़ रुपये के अनुमान तैयार किए गए हैं, जिन पर शीघ्र कार्य शुरू कर दिया जाएगा।