Special Report : देश में कुछ समय पहले मोदी सरकार ने नोटबंदी को लागू किया था ताकि भ्रस्टाचार, आतंकवाद और कालेधन पर लगाम लगयी जा सके पर अब तक जनता परेशानिया झेल रही है। और सरकार का ये मकसद भी पूरा नजर होता हुआ नजर नही आ रहा है।
नोटबंदी को अभी दो महीने भी नहीं हुये कि पड़ोसी मुल्क पकिस्तान ने नकली नोट छापकर भारत में भेजना भी शुरू कर दिया हैं। इस बात का खुलासा बोर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) और नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की हाल ही में 2000 के नकली नोट बरामद कर के किये। 8 फरवरी को मुर्शिदाबाद जिले से पुलिस ने अजीजुर रहमान (40) नामक तस्कर को गिरफ्तार किया था। उसके पास से 2000 रुपए के जाली नोट मिले थे। पुलिस ने पूछताछ कि तो उसने बताया कि यह नोट कथित तौर पर ISI की सहायता से पाकिस्तान में प्रिंट हुए थे, जिनकी तस्करी बांग्लादेश के बार्डर से की गई। द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए इन 2000 के नकली नोटों को भारत भेजा गया।
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पुलिस ने नकली नोटों की जांच कराई तो पता लगा कि करीब 11 सिक्योरिटी फीचर नकल किए गए है जबकि असली 2000 के नोट में 17 सिक्योरिटी फीचर हैं हालांकि बरामद किए गए नोटों की पेपर और प्रिंट क्वालिटी उतनी अच्छी नहीं थी।
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इस प्रकार जनता को मोदी सरकार से नोटबंदी करने से काफी निराशा हाथ लगी है ,और जनता में आक्रोश है क्योकि पहले तो देश में ही जनता के हाथ में आने से पहले ही बाजारों में नकली नोट आ गये थे और अब पडोसी मुल्क के तस्करों के पास भी नकली नोट मिले हैं।