अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर एक महिला पहले दोस्ती की,फिर उससे उसका निजी वीडियो बनवाकर अपने पास मंगवा लिया, फिर उसने सोशल मीडिया पर वायरल करने और उस के परिजनों को वीडियो भेजने की धमकी देकर अवैध वसूली की मांग करने और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव वाले आरोपित को थाना साइबर /पश्चिम जिला ने तकनीक की सहायता से पंजाब के होशियार से अरेस्ट कर लिया। ये आरोपित आदतन साइबर शिकारी हैं।
पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक शिकायतकर्ता महिला ‘एक्स’ ने पीएस साइबर वेस्ट जिला में शिकायत दर्ज कराई, और आरोप लगाया कि वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक अज्ञात व्यक्ति के संपर्क में आई थी। धीरे-धीरे कथित व्यक्तियों ने शिकायतकर्ता से दोस्ती कर ली और उस पर पूरा विश्वास कर लिया और उसके साथ वीडियो कॉल शुरू कर दी और शिकायतकर्ता के विभिन्न निजी वीडियो रिकॉर्ड किए।उसके बाद वह महिला को परेशान करने लगा और उससे पैसे की मांग की और उसके निजी वीडियो को सोशल मीडिया पर और उसके परिवार के सदस्यों को प्रसारित करने के नाम पर उसे परेशान करता रहा। शुरू में शिकायतकर्ता ने इस घटना को किसी के साथ साझा नहीं किया और बाद में आरोपी व्यक्ति ने शिकायतकर्ता और उसके परिवार के सदस्यों के सोशल मीडिया खातों तक पहुंच प्राप्त की और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित शिकायतकर्ता के वीडियो उसके परिवार के सदस्यों को भेजना शुरू कर दिया।उन्होंने पैसे की मांग शुरू कर दी एंव शिकायतकर्ता से उन वीडियो को हटाने के लिए शारीरिक संबंध और उनकी मांग पूरी नहीं होने पर इन वीडियो को प्रसारित करने की धमकी दी। कोई अन्य रास्ता न मिलने पर शिकायतकर्ता ने पीएस साइबर वेस्ट जिला में शिकायत दर्ज कराई।मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए मामला प्राथमिकी संख्या 13/22, भारतीय दंड संहिता की धारा 384/354-डी/509 आईपीसी दर्ज किया गया है और तुरंत साइबर पीएस पश्चिम जिले में एसआई अमित वर्मा, एसआई राजीव रंजन की टीमों का गठन किया गया था।
एसआई महेश कुमार, एसआई हिमांगी पटवाल, एचसी भूपेंद्र, एचसी दातार सिंह, कांस्टेबल राममेहर एंव कांस्टेबल विकेंदर इंस्पेक्टर रविंद्र अहलावत/एसएचओ पीएस साइबर वेस्ट की देखरेख में और अरविंद कुमार एसीपी/ऑप्स के समग्र मार्गदर्शन में। मामले में शामिल अपराधी की पहचान करने और उसे पकड़ने के लिए पश्चिम जिला। एसआई अमित वर्मा के नेतृत्व में एक टीम को तकनीकी विश्लेषण का कार्य सौंपा गया और एसआई राजीव रंजन के नेतृत्व में एक अन्य टीम को फील्ड विजिट कर जानकारी एकत्र करने के लिए तैनात किया गया था। साइबर सेल की टीम ने पेशेवर, तकनीकी रूप से काम किया एंव अथक रूप से और इंस्टाग्राम के साथ संचार किया गया और यह पता चला कि आरोपी के पास ध्वनि तकनीकी कौशल है क्योंकि वह सोशल मीडिया साइटों पर संचार करने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का उपयोग कर रहा था और मोबाइल नंबर का उपयोग नहीं कर रहा था। आरोपी व्यक्ति की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही थी और दिन-ब-दिन तकनीकी निगरानी और विश्लेषण के परिणामस्वरूप आरोपी को होशियारपुर पंजाब में उसकी उपस्थिति के बारे में कुछ सुराग मिल रहा था। एक टीम तुरंत होशियारपुर पंजाब के लिए रवाना हो गई और मोबाइल नंबर के पते पर पहुंच गई। आरोपी व्यक्ति द्वारा उपयोग में यह पता चला कि उस व्यक्ति द्वारा सिम का उपयोग कभी नहीं किया गया था और कोई अन्य व्यक्ति उस फोन नंबर का उपयोग कर रहा है। उसके बाद तकनीकी टीम ने होशियारपुर जिले के मुरादपुर नारियाल गांव में आरोपी के इंटरनेट लॉग का विश्लेषण किया और आरोपी के स्थान का पता लगाया। पंजाब। वहां लंबे समय तक भौतिक सत्यापन के बाद आरोपी जसमीत सिंह आयु-33 वर्ष को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई। उसके पास से वारदात में इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है। मामले की आगे की जांच जारी है।