अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
करनाल: देश के प्रमुख किसान नेता राकेश टिकैत के ऊपर गत दिवस कर्नाटक के बेंगलुरु शहर में पत्रकार वार्ता के दौरान फेंकी गई स्याही के मामले से खफा हुए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने सीएम सीटी में सड़कों पर उतर कर जोरदार प्रदर्शन किया। इससे पूर्व किसानों ने स्थानीय जाट धर्मशाला में एकत्रित होकर किसान पंचायत का आयोजन किया। भाकियू के पूर्व जिलाध्यक्ष स.सुरेंद्र सिंह घुम्मन व किसान नेता यशपाल राणा की अगुवाई में शहर की जाट धर्मशाला से लेकर मिनी सचिवालय तक रोष मार्च भी निकाला गया। इस प्रदर्शन में भाकियू छोटूराम के सदस्य भी शामिल रहे।
जिला के मिनी सचिवालय पर प्रदर्शनकारी किसानों ने पहुंच कर जिला खजाना अधिकारी रामनिवास खर्ब को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर कर्नाटक सरकार को इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवा कर दोषियों को कड़ी सजा दी जाने की मांग की गई। ज्ञापन में भविष्य में ऐसी घटना को रोकने के लिए व राकेश टिकैत की सुरक्षा के लिए जैड प्लस सुरक्षा मुहैया कराने की पुख्ता व्यवस्था किए जाने की मांग भी गई। भाकियू के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि देश में इस तरह के षड्यंत्र रच कर भाजपा अराजकता का माहौल बनाने का प्रयास कर रही है। लेकिन देश में किसान ऐसा नही होंने देंगे। किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि टिकैत पर फेंकी गई स्याही की यह घटना मात्र स्याही फेंकना नही है, बल्कि टिकैत पर जानलेवा हमला किया गया है।
वायरल हुई वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है। इस घटना में कर्नाटक सरकार की भूमिका होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस घटना से किसान समुदाय स्तब्ध है। इस घटना को लेकर हरियाणा प्रदेश सहित पूरे देश के किसानों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र का ढिंढोरा पीटने वाली भाजपा सरकार के शासन में फिर ऐसी शर्मनाक घटना क्यों घटित हो रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस घटना के साजिशकर्ताओं पर तुरंत कार्रवाई करके सलाखों के पीछे भेजा जाए। इसके साथ ही भाजपा सरकार किसान नेता टिकैत से तुरंत माफी भी मांगे। आंदोलित किसानों ने इस घटना पर गहरा संदेह जताते हुए कहा कि कोई भी शरारती व्यक्ति ऐसी घटना की आड़ में आसानी से जानलेवा घटना को भी अंजाम दे सकता था।
किसानों ने सीधे सीधे इस घटना का कर्नाटक सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर भाजपा के लोग ऐसी हरकत को पसंद करते है तो किसानों के भी हाथ बंधे हुए नहीं है। भाकियू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस घटना पर तुरंत संज्ञान लेने की मांग करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत को जेड श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने की जोरदार मांग की। इस अवसर पर पूर्व संगठन मंत्री शाम सिंह मान, सुरेंद्र सागवान, युवा नेता नरेंद्र धूमसी, युवा किसान नेता बहादुर मैहला बलड़ी, युवा जिला अध्यक्ष गुरनाम सिंह संधू, धनेतर राणा, दिलावर डबकौली, राम सिंह, राम दुरेजा, ऋषिपाल दुपेढ़ी, सुनील नली, कृष्ण जागलान, यशपाल राणा, पप्पू लाठर, संदीप ठरी, मेहताब सिंह विर्क, अमृत बुग्गा, बहादुर मैहला बलड़ी, सतबीर गढ़ी बीरबल, अंग्रेज सिंह लाठर, हुकम सिंह दादुपुर सहित काफी संख्या में किसान शामिल थे।
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