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बीजेपी को प्रथम चरण के मतदान में पश्चिम बंगाल में 30 में से 26 और असम में 47 में से 37 से अधिक सीटों पर विजय निश्चित- अमित शाह

अजीत सिन्हा/ नई दिल्ली 
केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने आज रविवार को नई दिल्ली स्थिति अपने आवास पर मीडिया को संबोधित किया और पश्चिम बंगाल एवं असम में प्रथम चरण के मतदान में बूथ-स्तर से मिले फीडबैकके आधार पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी,पश्चिम बंगाल और असम, दोनों जगह भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। शाह ने कहा कि कल पांच राज्यों में से दो राज्यों में प्रथम चरण का मतदान संपन्न हुआ है. सबसे पहले तो मैं भारतीय जनता पार्टी की ओर से, देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की ओर से दोनों राज्यों पश्चिम बंगाल और असम की जनता का हृदय से धन्यवाद करता हूँ कि भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में भारी मतदान कर के इस चुनाव में उन्होंने हमारे लिए शुभ संकेत दिए हैं।

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कल लगभग 84% से अधिक और असम में 79% से अधिक मतदान हुआ है और शांतिपूर्ण मतदान हुआ है। पश्चिम बंगाल और असम, दोनों हर चुनाव में चुनावी हिंसा के लिए जाना जाने वाले प्रदेश थे लेकिन कल दोनों जगहों पर कहीं भी हिंसा नहीं हुई, चुनाव में किसी भी व्यक्ति की जान नहीं गई। मतदाताओं का भारी उत्साह बताता है कि यह दोनों राज्यों में लोकतंत्र की दृष्टि से आने वाले दिनों के लिए एक शुभ संकेत है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि दोनों राज्यों में भाजपा के हमारे कार्यकर्ताओं, फील्ड में मौजूद हमारे कार्यकर्ताओं, बूथ स्तर तक पार्टी का प्रचार करने वाले कार्यकर्ताओं और जिला एवं प्रदेश स्तर के हमारे नेतृत्व से विस्तृत चर्चा करने के पश्चात् मैं मानता हूँ कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी प्रथम चरण के मतदान में 30 में से 26 से अधिक सीटों पर विजयी हो रही है। हमारी सीटें भी बड़ी मात्रा में बढ़ रही हैं और सीटों पर जीत का अंतर भी बहुत बड़ी मात्रा में बढ़ रहा है। जहाँ तक असम का सवाल है तो भाजपा प्रथम चरण के मतदान में असम में 47 में से 37 से अधिक सीटों पर विजय प्राप्त करेगी। शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल और असम, दोनों राज्यों में सकारात्मक मतदान हुआ है। असम में भाजपा सरकार के नेतृत्व में आतंकवाद-मुक्त असम, आंदोलन-मुक्त असम, विकास के रास्ते पर चल पड़े हुए असम और रोजगार के रास्ते पर चल पड़े हुए असम के पक्ष में स्पष्ट जनादेश दिखाई देता है। इसके साथ ही, असम में भाजपा के बाढ़-मुक्त असम के वादे को भी जनता का बहुत बड़ा समर्थन मिला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में असम में जो विकास हुआ है,हमारे मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और हिमंता बिस्वा शर्मा की जोड़ी ने जिस प्रकार से प्रदेश में अभूतपूर्व विकास कर के दिखाया है, इसे बहुत बड़ा जन-समर्थन मिलता हुआ दिखाई देता है। असम की जनता को डबल इंजन सरकार का कंसेप्ट भारतीय जनता पार्टी के आचरण से समझ में आया है। ब्रह्मपुत्र नदी पर 6 पुलों का निर्माण होना, केवल पांच वर्षों में असम में 20,000 किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण होना, काजीरंगा का अवैध घुसपैठियों से मुक्त होना और श्रीमंत शंकर देव एवं श्रीमंत माधव देव की सत्र भूमि का भी अतिक्रमण से मुक्त होना जैसे ढेर सारे कार्यों के प्रति असम की जनता का भाजपा के प्रति एक सकारात्मक झुकाव स्पष्ट नजर आता है। प्रथम चरण में 47 सीटों पर हुए मतदान के बाद इसका मुझे विश्वास है कि इन 47 सीटों में से भाजपा गठबंधन की सीटें 37 से कम नहीं होगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जिस तरह तुष्टिकरण और घुसपैठ की राजनीति हो रही थी, तृणमूल कांग्रेस द्वारा जन-कल्याण की योजनाओं और अम्फान के रिलीफ फंड में भी जिस तरह भ्रष्टाचार किया गया, कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भी जिस तरह गरीबों के लिए भेजे गए अनाज की चोरी की गई और कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई को कमजोर करने का प्रयास किया गया, जिस तरह से बंगाल में औद्योगिक विकास एवं महिला सुरक्षा की स्थिति अत्यंत ही दयनीय हो गई थी, उससे पश्चिम बंगाल की जनता में घोर निराशा और हताशा का माहौल था। 27 वर्षों तक कम्युनिस्टों के शासन के बाद बंगाल की जनता के मन में यह आशा थी कि दीदी प्रदेश में एक नई शुरुआत लेकर आएगी लेकिन दल का नाम बदल गया, दल का चुनाव चिह्न बदल गया लेकिन बंगाल वहीं का वहीं रहा और विकास की दौड़ में पिछड़ता ही चला गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमने “सोनार बांग्ला का जो विजन दिया है, उससे हम पश्चिम बंगाल की जनता के मन में एक आशा की ज्योति जलाने में सफल रहे हैं। पश्चिम बंगाल की जनता के मन में यह विश्वास आया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बंगाल भी सुजलाम-सुफलाम हो सकता है, बंगाल में भी शांति हो सकती है, यहाँ भी तुष्टिकरण के बगैर ‘सबका साथ, सबका विकास' हो सकता है, सभी धर्मों के लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता मिल सकती है। प्रधानमंत्री के विजन को पश्चिम बंगाल की जनता ने अथाह प्रेम और आशा के साथ स्वीकार किया है। शाह ने कहा कि हमारे जो भी पार्टी कार्यकर्ता चुनाव मैदान में थे,पार्टी का प्रचार करने में लगे हुए थे, उनमें थोड़ी दहशत थी कि हर बार की तरह गुंडे इस बार भी चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे, चुनाव प्रक्रिया को प्रदूषित करेंगे परंतु मैं चुनाव आयोग को बधाई देना चाहता हूं कि उन्हें इस बार पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण चुनाव कराने में सफलता मिली है। सभी पत्रकार बंधु जानते हैं कि विगत कई वर्षों से पश्चिम बंगाल में चुनावों के दौरान हिंसा आम बात हो गई थी। सालों के बाद यह पहली बार हुआ है जहां एक भी व्यक्ति की जान गए बगैर, एक भी बम फटे बगैर, एक भी गोली चले बगैर और एक भी बूथ पर री-पोलिंग की मांग के बगैर चुनाव का एक चरण संपन्न हुआ है। यह पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की मजबूती के लिए एक शुभ संकेत है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मैं पश्चिम बंगाल की मातृशक्ति का भी विशेष आभार प्रकट करना चाहता हूँ क्योंकि महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान किया है। मैं मानता हूँ कि प्रथम चरण के मतदान में 26 सीटों में विजय की प्रबल संभावना के साथ भारतीय जनता पार्टी की जो शुरुआत हुई है, वह 200 से अधिक सीटों पर जीत के हमारे लक्ष्य को सिद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसी तरह चुनाव आगे बढ़ता रहा तो भारतीय जनता पार्टी निश्चित रूप से 200 से अधिक सीटों पर विजयश्री के साथ पश्चिम बंगाल में सरकार बनाएगी, इसका मुझे पूर्ण विश्वास है, भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को विश्वास है। असम में भी पिछली बार से अधिक सीटों पर जीत के साथ पूर्ण बहुमत से भाजपा गठबंधन सरकार बनाने जा रही है।

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