अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:बीजेपी नेता व मार्केटिंग कमेटी के उप प्रधान सुखबीर खटाना रेमंड शोरूम में दिन दहाड़े गोली मार कर हत्या करने के मामले में एक आरोपित को थाना सिविल लाइन्स, गुरुग्राम टीम ने अरेस्ट किया हैं, अरेस्ट किए गए आरोपित का नाम योगेश उर्फ़ सिल्लू , उम्र 22 साल हैं। अरेस्ट किए गए आरोपित ने खुलासा किया कि उसने सुखबीर खटाना की हत्या चमन के कहने पर किया हैं, जोकि मृतक सुखबीर खटाना का साला हैं, और उसकी छोटी पत्नी का भाई हैं। ये सनसनीखेज खुलासा एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने आज अपने कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस किए हैं।
एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि गत 1 सितंबर- 2022 को पुलिस थाना सिविल लाइंस, गुरुग्राम की पुलिस टीम को एक सूचना मिली कि अग्रवाल धर्मशाला के सामने रेमंड शोरूम में एक व्यक्ति को गोली मारने व आर्वी अस्पताल में उसकी मौत हो गई है। उनका कहना है कि उपरोक्त सूचना पाकर पुलिस टीम आर्वी हॉस्पिटल पहुँची जहां हॉस्पिटल में मृतक सुखबीर निवासी गांव रिठौज, गुरुग्राम के बेटे अनुराग ने एक लिखित शिकायत दी कि उसके पिता सुखबीर सिंह एक राजनीतिक व्यक्ति थे जो पहले मार्किट कमेटी सोहना के उप-प्रधान रह चुके है और अभी भी राजनीति में हल्का सोहना, गुरुग्राम में सक्रिय थे।
गत 1 सितंबर -2022 को उसके पिता सुखबीर अपने चचेरे भाई राजेंद्र पटवारी के साथ गुरुद्वारा रोड पर रेमन्ड के शोरूम में कपड़े खरीदने आए थे, समय करीब 3.30 बजे राजेन्द्र ने उसको सूचना दी कि उसके पिता सुखबीर को 4-5 व्यक्तियों ने शोरुम के अन्दर ही गोली मार दी है। जिसे आर्वी हॉस्पिटल दाखिल कराया गया है। सूचना पाकर यह आर्वी हॉस्पिटल पहुंचा, जहां पर उसने देखा कि उसके पिता के सिर व छाती पर कई गोलियां लगी हुई थी, जिसके कारण उनकी मौत हो गई। उसके पिता ने दो शादियां कर रखी थी और उसकी छोटी माँ के भाई चमन से उसके पिता के साथ संबंध ठीक नहीं थे, जिसके कारण चमन ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उसके पिता की गोलियां मारकर हत्या कर दी। इस संबंध के संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
उनका कहना है कि उपरोक्त मुकदमा में अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर गोली मारने की वारदात को अंजाम देने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी की नाम *योगेश उर्फ सिल्लू (उम्र 22 वर्ष) राजस्थान* हैं। आरोपी से पुलिस पूछताछ में ज्ञात कि उपरोक्त मुकदमा में मृतक सुखबीर के साले चमन के साथ अच्छे सम्बन्ध नहीं थे और चमन सुखबीर के साथ रंजिश व द्वेष रखता था। चमन के कहने पर उसने चमन ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर चमन द्वारा उपलब्ध कराए हथियार से उपरोक्त मुकदमा की वारदात को अंजाम दिया था।
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