अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:सांसद तेजस्वी सूर्या ने लोकसभा स्पीकर ओम प्रकाश बिरला से मुलाकात कर उनके समक्ष ससंद के विशेषाधिकारों के हनन का मुद्दा उठाया है
तेजस्वी सूर्या ने पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा उनके और साथी सांसदों के साथ किए गए कथित दुर्व्वहार पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की पुलिस ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस द्वारा दिए गए आदेशों के तहत ही काम कर रही है। तेजस्वी सूर्या ने ये मांग की है कि दुर्व्यवहार करने वाले पश्चिम बंगाल पुलिस अफसरों और जवानों को संसद की विशेषाधिकार समिति द्वारा समन किया जाए। लोकसभा स्पीकर ओम प्रकाश बिरला ने बेंगलूरू साउथ से सासंद तेजस्वी सूर्या को ये आश्वासन दिया है कि वो इस मामले की तह तक जाएंगे और इसे संसद की विशेषाधिकार समिति के समक्ष भी पेश किया जाएगा।
8 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी और भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेताओँ और कार्यकर्ताओँ द्वारा पश्चिम बंगाल के हावड़ा में एक रोष मार्च का आयोजन किया था। ये रोष मार्च पश्चिम बंगाल की लगातार बिगड़ रही अर्थव्यवस्था, खराब कानून व्यवस्था,सरकारी भर्तियों और स्कूल सर्विस कमिशन में बढ़ते भ्रष्टाचार के विरोध में निकाला गया था। इस दौरान सांसद तेजस्वी सूर्या के साथ कूचबिहार से सांसद नितीश प्रमाणिक, पुरूलिया से सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो, बिशनपुर से सांसद सौमित्र खान और हुगली से सांसद लाकेट चटर्जी भी रोष मार्च में शामिल थीं। पुलिस ने अचानक सभी सांसदों और कार्यकर्ताओं पर आंसू गैस, कंट्री बम और वाटर कैनन का इस्तेमाल कर उन्हे रोकने की कोशिश की। इस दौरान सभी सांसदों के साथ मारपीट की
गई और जान से मारने का प्रयास भी किया गया। सांसद तेजस्वी सूर्या ने आरोप लगाया है कि बाद में स्थानीय जोरासांको पुलिस स्टेशन के अंदर भी उनके और दो अन्य सांसदों के साथ फिर से दुर्व्यवहार किया गया जब वो पुलिस द्वारा की गई हिंसा की शिकायत दर्ज कराने गए थे। इस दौरान सांसदों की शिकायत दर्ज नहीं की गई और एक महिला सांसद के साथ दुर्व्यवहार और धक्कामुक्की भी की गई।
तेजस्वी सूर्या ने इस मामले में कोलकाता के डीसीपी सुधीर कुमार नीलकांतम, जोरासांको पुलिस स्टेशन के इंचार्ज मुकुल रंजन घोष, हावड़ा के पुलिस कमिश्नर कुनाल अग्रवाल और कोलकाता के पुलिस कमिश्नर अनुज शर्मा पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। तेजस्वी सूर्या ने लोकसभा स्पीकर से मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से तहस नहस हो चुकी है और टीएमसी सरकार के कार्यकाल में पिछले 2 सालों में ही बीजेपी के 120 से ज्यादा नेता और कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। पश्चिम बंगाल की पुलिस कानून को अनदेखा करते हुए सिर्फ टीएमसी के नेताओँ द्वारा निर्धारित किए गए आपराधिक कानूनों का पालन कर रही है। उन्होंने कहा कि हम पश्चिम बंगाल में बीजेपी के सभी नेताओँ और कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हैं और ममता बनर्जी की टीएमसी सरकार के इस जुल्म का डटकर मुकाबला करते रहेंगे।