नई दिल्ली / अजीत सिन्हा
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जी की उपस्थिति में पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आज शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री दिनेश त्रिवेदी ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। कार्यक्रम में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल एवं धर्मेंद्र प्रधान और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा उपस्थित थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पुष्प गुच्छ देकर और भाजपा की पट्टिका पहना कर दिनेश त्रिवेदी का भाजपा परिवार में स्वागत किया। भाजपा परिवार में त्रिवेदी का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि दिनेश त्रिवेदी का राजनीति में लंबा अनुभव रहा है। सत्ता को दर किनार करते हुए और विचार की लड़ाई लड़ते हुए उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन गुजारा है। उन्होंने सिद्धांतों के लिए हमेशा त्याग किए हैं। उनके भाजपा परिवार में शामिल होने पर मुझे बहुत खुशी हो रही है। मैं पार्टी में उनका स्वागत करता हूं।
नड्डा ने कहा कि हम बार-बार कहते हैं कि तृणमूल कांग्रेस में भ्रष्टाचार, अवसरवादिता,लोकतंत्र की हत्या,संस्थाओं का गला घोंटना- ये सब कुछ विराज मान है। इसलिए, संवेदनशील और विवेकशील व्यक्तित्व के धनी त्रिवेदी ने तृणमूल कांग्रेस को छोड़ आज भारतीय जनता पार्टी को ज्वॉइन किया है। जब करीब दो महीने पहले मेरी त्रिवेदी जी से मुलाक़ात हुई थी तो तब भी उन्होंने देश की सेवा करने की बात कही थी। मैं जब भी त्रिवेदी की बात करता था, तो हमेशा कहता था कि वे एक अच्छे व्यक्ति हैं लेकिन गलत पार्टी में हैं। वे खुद भी इसे महसूस करते थे। अब सही व्यक्ति सही पार्टी में हैं, जहां हम देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उनका उपयोग देश की सेवा में कर सकेंगे। भारतीय जनता पार्टी परिवार में शामिल होने के बाद दिनेश त्रिवेदी ने प्रेस कांफ्रेंस में उपस्थित पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि नड्डा, जैसे आपने विचार की बात की तो मैं यह कहूंगा कि हम सार्व जनिक जीवन में इसलिए हैं, क्योंकि हमारे लिए जनता एवं देश ही अहम है और भारतीय जनता पार्टी एक तरह से जनता के परिवार जैसी है। आज मैं सचमुच जनता के परिवार में शामिल हुआ हूं जिसका मकसद है जनता की सेवा करना। त्रिवेदी ने कहा कि उन्हें इस स्वर्ण पल का इंतजार था। आज मैं सही मायनों में जनता परिवार से जुड़ा हूँ। भारतीय जनता पार्टी में पार्टी की सेवा के लिए नहीं बल्कि जनता की सेवा के लिए काम होता है जबकि दूसरी पार्टी में (मैं उसका नाम नहीं लूंगा) जिसमें मैं था, वहां जनता की सेवा नहीं बल्कि केवल एक परिवार की सेवा करनी पड़ती है। खास पार्टी में खास परिवार की सेवा की जाती है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए देश सर्वोपरि रहा है और वह हमेशा रहेगा। यदि देश सर्वोपरि न होता तो आज जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी आगे बढ़ रही है, वैसा नहीं हो पाता।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भ्रष्टाचार और हिंसा का आरोप लगाते हुए पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता अब परिवर्तन चाहती है, विकास चाहती है न कि भ्रष्टाचार और हिंसा। उन्होंने आगे कहा कि मैं चुनावी प्रक्रिया में सक्रिय रहूंगा, चाहे मैं चुनाव लडूं या नहीं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल ने तृणमूल कांग्रेस को सिरे से खारिज कर दिया है। पश्चिम बंगाल की जनता अब वास्तव में बदलाव के लिए तैयार है। त्रिवेदी ने कहा कि आज पश्चिम बंगाल में ऐसा माहौल है कि प्रदेश की जनता मुझसे फोन कर ये कहती थी कि आप इस पार्टी में क्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज यह हालत हो गई है कि एक स्कूल बनाने तक के लिए चंदा देना पड़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में लगातार हिंसा बढ़ रही है। प्रदेश में हिंसा और भ्रष्टाचार से जनता परेशान है। ऐसे में पश्चिम बंगाल की जनता खुश है कि वहां पर असली परिवर्तन होने जा रहा है। ममता बनर्जी पर जोरदार हमला करते हुए त्रिवेदी ने कहा कि राजनीति कोई खेला नहीं है, बल्कि यह एक गंभीर कार्य है लेकिन खेलते-खेलते ममता बनर्जी ने अपने आदर्शों को भुला दिया है। ज्ञात हो कि देश के पूर्व रेल मंत्री रहे दिनेश त्रिवेदी ने अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करने से पहले एमबीए की डिग्री हासिल करने के पश्चात् शिकागो में दो साल तक नौकरी की। इसके बाद उन्होंने 1984 में पश्चिम बंगाल में एक एयर फ्रंट कंपनी प्रारंभ की। उन्होंने कांग्रेस से अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की थी। फिर वे जनता दल और तृणमूल कांग्रेस में रहे। श्री त्रिवेदी 1990 से 1996 के दौरान गुजरात से राज्यसभा के सांसद रहे। इसके पश्चात् वे वर्ष 2002-2008 के दौरान पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के लिए चुने गए। 2009 और 2014 में वे दो बार पश्चिम बंगाल से लोक सभा के लिए निर्वाचित हुए। वे 2009 से 2011 तक केंद्र सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री रहे। 2011 में देश के केंद्रीय रेल मंत्री बने। मार्च 2012 में उन्होंने रेल मंत्री से इस्तीफा दे दिया। 2017 में वे वित्त संबंधी स्थायी समिति के सदस्य बने। अप्रैल 2020 में वे एक बार फिर पश्चिम बंगाल से राज्यसभा पहुंचे। विगत 12 फरवरी 2021 को उन्होंने सिद्धांतों से कोई समझौता न करते हुए राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था।
महेंद्र