अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बिहार में जयप्रकाश नारायण के निवास से पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, उन्हें सुने उन्हीं की जुबानी इस खबर में प्रकाशित वीडियो में।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने गुरुवार को बापू सभागार, पटना में बिहार भाजपा के भीष्म पितामह श्रद्धेय कैलाशपति मिश्र जी की 100वीं जयंती के अवसर पर आयोजित जन्म शताब्दी समारोह को संबोधित किया और पार्टी कार्यकर्ताओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेने की सीख दी। उन्होंने श्रद्धेय कैलाशपति मिश्र जी की प्रतिमा का शिलान्यास भी किया। ज्ञात हो कि नड्डा आज एक दिवसीय प्रवास पर पटना में हैं जहां वे कई संगठनात्मक बैठकें भी करेंगे। इसके पहले आज उनका लोकनायक जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत किया गया। इसके पश्चात हवाई अड्डा से बापू सभागार (पटना) तक जाने के क्रम में जगह-जगह पार्टी कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय जनता द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया। बापू सभागार कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी, बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद रवि शंकर प्रसाद, सांसद एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे सहित कई पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।नड्डा ने कहा सर्वप्रथम श्रद्धेय कैलाशपति मिश्र जी की जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर उन्हें अपनी ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि श्रद्धेय कैलाशपति मिश्र जी पार्टी की प्रथम पीढ़ी और प्रथम पंक्ति के नेता थे। उन्होंने अपना बाल्यकाल आजादी के लड़ाई में ‘अंग्रेजों। भारत छोड़ो’ आंदोलन में लगाया। 1945 में उन्होंने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रचारक के रूप में अपना जीवन संघ को समर्पित कर दिया। संघ एवं जन संघ के विस्तार के लिए और बाद में भारतीय जनता पार्टी के लिए उन्होंने अपना सब कुछ अर्पित कर दिया। श्रद्धेय कैलाशपति मिश्र जी जब राजनीतिक क्षेत्र में काम कर रहे थे, तब उस समय खोने के लिए सब कुछ था लेकिन पाने के लिए कुछ नहीं था। उस दौर में कैलाशपति मिश्र जी ने अपना सर्वस्व जीवन पार्टी के लिए समर्पित कर दिया। बिहार के संदर्भ में कहे, तो वे बिहार में भारतीय जनता पार्टी के लिए भीष्म पितामह थे। जब राज्य सभा के लिए उनका नाम चयनित किया गया, तब उन्होंने सहज भाव से कहा कि मुझे संगठन में ही रहने दीजिए। दलितों में काम को आगे बढ़ाना है तो रामेश्वर पासवान को राज्यसभा भेजिए। ऐसी बात सिर्फ भारतीय जनता पार्टी में ही हो सकती है, किसी और पार्टी में नहीं। इसलिए श्रद्धेय कैलाशपति मिश्र से हमलोगों को प्रेरणा लेकर पार्टी के कामों को मजबूती से आगे बढ़ाना है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मुझे याद आता है कि जब मेरी उम्र जब 11-12 साल की थी, तो 1971 का लोक सभा चुनाव हो रहा था। तब कैलाशपति मिश्र जी पटना लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे। वे अक्सर हमारे घर आते थे। दीये की निशान वाली जन संघ की टोपी पहनकर आते थे, वे हमेशा कहते थे कि हम चुनाव जीतेंगे। जब ये चर्चा होती थी कि हमारी स्थिति अच्छी होगी, किंतु हम जीत नहीं पाएंगे तो वे कहते थे कि हम विचारधारा के लिए लड़ते हैं और समर्पित रहते हैं। यह कोई पूर्ण विराम नहीं है, हम और आगे बढ़ेंगे। विधानसभा चुनाव के वक्त मैंने उनसे एक सवाल पूछा था कि क्या सभी सीटों पर लड़ेंगे? तब उन्होंने जवाब दिया था कि हमलोग सिर्फ जीतने के लिए चुनाव नहीं लड़ते हैं, बल्कि दीया का निशान घर-घर पहुंचाने के लिए चुनाव लड़ते हैं। इन बातों को इसलिए याद कर रहा हूं कि आज हमलोग दुनिया के सबसे बड़ी राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं। हमे याद रखना होगा कि किन महानुभावों ने अपना पूरा जीवन संगठन और पार्टी में लगा दिया और उनकी वजह से भारतीय जनता पार्टी आज यहां खड़ी है। नड्डा ने कहा कि विचारधारा की बात करें तो कैलाशपति मिश्र जी अपने आप में एक संस्थान थे। आज यहां उपस्थित हम सब उनके हाथों के बनाए कार्यकर्ता हैं। कैलाशपति मिश्र जी दलितों के उत्थान के लिए निरंतर काम करते रहे। आज जातीयता और जाति जनगणना की बात होती है, लेकिन कैलाशपति मिश्र जी ने सदैव समाज के हर वर्ग को आगे बढ़ाने का काम किया। मुझे याद है कि बिहार में मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के मंत्रिमंडल में वे वित्त मंत्री थे, तब उन्होंने ओबीसी के लिए आरक्षण का प्रावधान किया था। कैलाशपति मिश्र जी दलितों एवं समाजिक न्याय के लिए निरंतर लड़ते रहे। कैलाशपति जी ने जिस बात के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया, वही बात भारतीय जनता पार्टी की सोच, विचार धारा , कार्य करने का तरीका है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि विकास को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की परिकल्पना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साकार कर दिखाया है। सबका साथ, सबका विकास – यह सिर्फ एक नारा नहीं है बल्कि जीवन में इसे लेकर आगे बढ़ने का संकल्प है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के लगभग 11 करोड़ किसानों को हर साल छह-छह हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है, स्वच्छता अभियान के तहत लगभग 12 करोड़ शौचालय बनाये गए। सौभाग्य योजना के तहत कोई भी घर बिजली के बगैर न रहे, यह काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। ढाई साल से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ लोगों को पांच किलो अनाज मुफ्त दिया जा रहा है। ‘सबका साथ, सबका विकास,सबका विश्वास और सबका प्रयास’ का यह जीता-जागता उदाहरण है। महिला आरक्षण की बात करते हुए नड्डा ने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार में दस सालों तक महिला आरक्षण बिल पड़ा रहा, किन्तु कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने इसके लिए कोई कोशिश नहीं की। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बार के विशेष सत्र में केवल तीन दिनों के अंदर नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 को पारित कराया और महिला आरक्षण का कानून बनाया। मैं देश की नारी शक्ति को बधाई देता हूं और उनका वंदन करता हूं। आगे चलकर 2029 में लोकसभा चुनाव होगा और 2027 के बाद विधानसभा चुनाव होगा, तब अधिक महिलाएं जीतकर संसद और विधायक बनेंगी।
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