नई दिल्ली/अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से तेलंगाना के नौ जिला भाजपा कार्यालयों के भूमिपूजन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया और इस अवसर पर तेलंगाना के भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते किया। उन्होंने कोविड संक्रमण काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा मानवता की सेवा के लिए उठाये गए क़दमों पर विस्तार से चर्चा की और तेलंगाना सरकार की
अकर्मण्यता को लेकर उसकी कटु आलोचना की। इस अवसर पर केंद्रीय कार्यालय के मंच पर माननीय अध्यक्ष जी के साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव उपस्थित थे जबकि तेलंगाना में मंच पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बांदी संजय कुमार, पूर्व पार्टी अध्यक्ष के. लक्ष्मण, श्री राजा सिंह सहित कई वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता इस कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े।
नड्डा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए कार्यालय पार्टी के विकास, जनता से जुड़ाव, कार्यकर्ताओं के निर्माण और समन्वय की नींव होते हैं। आज तेलंगाना 9 जिला कार्यालयों का भूमिपूजन हो रहा है। महबूबनगर, नलगोंडा और हैदराबाद कार्यालयों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। पांच अन्य जिलों में काम चल रहा है। 12 जिलों में कंस्ट्रक्शन का काम पूरा हो गया है। शेष सभी कार्यालयों का निर्माण कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा। भारतीय जनता पार्टी के लिए कार्यालय व्यवस्थित तरीके से कार्यकर्ता के निर्माण का केंद्र होता है। हमारे पास कार्यकर्ता हैं, कार्यकारिणी है, कार्यक्रम है तो इस सबके संचालन के लिए कार्यालय आवश्यक है। विगत 20 जून को भी मैंने तेलंगाना की जनता और यहाँ के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने छः वर्षों में 60 साल की खाई को पाटने का काम किया है। 70 वर्षों से लंबित समस्याओं का समाधान विगत छः वर्षों में हुआ है। प्रधानमंत्री जी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति और गृह मंत्री श्री अमित शाह जी की रणनीति के बल पर धारा 370 धाराशायी हुआ, ट्रिपल
तलाक बैन हुआ, नागरिकता संशोधन विधेयक लागू हुआ और कई अन्य एक्ट लागू हुए। इतना ही नहीं, श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला के भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग भी प्रशस्त हुआ।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज पूरी दुनिया कोविड-19 के संक्रमण के साए में जी रहा है। कोरोना के खिलाफ इस निर्णायक लड़ाई में प्रधानमंत्रीनरेन्द्र मोदी जी ने न केवल देश का आगे बढ़ कर नेतृत्व किया बल्कि उन्होंने दुनिया को आगे बढ़ने की राह भी दिखाई है। कोरोना संक्रमण के शुरूआती चरणों में जब दुनिया के शक्तिशाली देश भी फैसला नहीं ले पा रहे थे कि मानवता को बचाने की लड़ाई लड़ी जाय या फिर आर्थिक विकास पर फोकस किया जाय। उन देशों में अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था होने के बावजूद उनका सिस्टम चरमरा गया था और वे असहाय महसूस कर रहे थे। इस दौरान हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने मानवता को बचाने के लिए कोरोना से लड़ाई लड़ने का एलान किया और समय पर लॉकडाउन का निर्णय लेते हुए 130 करोड़ देशवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की। लॉकडाउन की शुरुआत में जहाँ देश में एक भी डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल नहीं था, वहीं आज 1,400 से अधिक डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल्स हैं। इसी तरह आज लगभग 1,400 टेस्टिंग लैब्स हैं जहां रोजाना लगभग 6 लाख टेस्ट हो रहे हैं जबकि शुरुआत में हमारी क्षमता महज 1,500 टेस्टिंग प्रतिदिन की ही थी। लॉकडाउन की शुरुआत में जहां हम पीपीई किट, फेस मास्क और वेंटिलेटर के लिए आयात पर निर्भर थे, वहीं आज हम इसका निर्णय कर पा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से आज प्रतिदिन पांच लाख से अधिक पीपीई किट का उत्पादन हो रहा है, 50 हजार से अधिक वेंटिलेटर्स हैं। साथ ही, पीएम केयर्स फंड से 20 हजार और वेंटिलेटर्स की व्यवस्था हो रही है। आज कोरोना के खिलाफ हमारी रिकवरी रेट 68% तक पहुँच गई है। बाकी दुनिया में केवल सरकारों ने कोविड के खिलाफ लड़ाई लड़ी लेकिन हिंदुस्तान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की जनता को साथ में लेते हुए इस जंग को लड़ा है।