अजीत सिन्हा / नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज शनिवार को पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में एकात्म मानववाद और अंत्योदय के सिद्धांत के प्रतिपादक एवं युगद्रष्टा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 105वीं जन्म जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी और पार्टी कार्यकर्ताओं से उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए पार्टी को मजबूत बनाने की अपील की। पंडित दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात् नड्डा ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय जनसंघ की स्थापना और भारतीय जनसंघ की विचारधारा को प्रतिपादित करते हुए उसे एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के रूप में स्थापित करने की नींव पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने डाली थी जो आज भारतीय जनता पार्टी के रूप में न केवल दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनी है बल्कि मानवता की सेवा का एक जरिया भी बनी है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। वे एक उत्तम कोटि के विद्यार्थी थे और समाज के प्रति संवेदनशील और समर्पित थे। तमाम कठिनाइयों को पार करते हुए उन्होंने शिक्षा ली। सरकारी नौकरियों के बावजूद उन्होंने अपने आपको समाज के प्रति समर्पित करना तय किया। जब भारतीय जन संघ की स्थापना हुई तो उन्होंने जन संघ के प्रथम महामंत्री के रूप में कार्य किया। बाद में पार्टी के कालीकट अधिवेशन में वे भारतीय जन संघ के अध्यक्ष भी चुने गए। नड्डा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की राजनीतिक यात्रा बहुत ही छोटी थी लेकिन इतनी कम अवधि में ही उन्होंने जन संघ को बढ़ाने और उसे एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में प्रतिष्ठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे एक ऐसे राजनेता थे जिनमें तीनों गुण मौजूद थे। वे एक सफल राजनेता भी थे, कुशल संगठक भी थे और महान विचारक भी थे। यदि हम उन्हें एक राजनेता के तौर पर देखें तो हम पाते हैं कि उन्होंने बहुत ही कम अवधि में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में भारतीय जन संघ को सदन में प्रतिष्ठित करने और जन संघ को देश की एक मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। यदि हम उन्हें एक संगठक के रूप में देखें तो वे बहुत ही कम समय में भारतीय जन संघ को एक अखिल भारतीय रूप देने में सफल हुए थे। अगर हम विचारक के रूप में देखें, तो हम देखते हैं कि एकात्म मानववाद और भारतीय जनसंघ को एक विचारधारा के साथ जोड़ते हुए एक विचार यात्रा की तरफ आगे बढ़ाने में उनका विशेष योगदान था। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि उसी एकात्म मानववाद और अंत्योदय की यात्रा को आगे बढ़ाते हुए भारतीय जनता पार्टी आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रही है। जब पहले जनता पार्टी की सरकार बनी, तब उसमें भी जन संघ का बहुत बड़ा योगदान था। बाद में जब केंद्र में विशुद्ध भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो एकात्म मानववाद और अंत्योदय को शासन का मूल मंत्र मानते हुए जन सेवा की नीतियाँ बनीं। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र के साथ देश आगे बढ़ रहा है। फिर चाहे आर्थिक विषय हो, सामजिक विषय हो, सोशल सेक्टर को मजबूती देने की बात हो, हर क्षेत्र में प्रधानमंत्री की योजनाओं का प्रेरणा स्रोत एकात्म मानववाद और अंत्योदय ही रहा। जन-धन योजना हो,प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि हो, गरीब कल्याण अन्न योजना हो, डीबीटी हो, आर्थिक समरसता के कार्यक्रम हो या अन्न योजना, इन सारी योजनाओं में किसानों का सशक्तिकरण करना, गरीबों को संबल प्रदान करना और आर्थिक दृष्टि से उन्हें मजबूती देना, उनकी स्वास्थ्य की चिंता करना निहित है। नड्डा ने कहा कि स्वच्छता अभियान और उज्ज्वला योजना के माध्यम से महिलाओं का सशक्ति करण, हर गाँव हर घर का विद्युतीकरण, सामाजिक सुरक्षा कवच इत्यादि के सभी कार्यक्रम जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे हैं, यह एकात्म मानववाद और अंत्योदय की विकास यात्रा की ही परिणिति है। आज इन योजनाओं के माध्यम से भारतवर्ष की तस्वीर बदल रही है और देश का आर्थिक उत्थान भी हो रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी, देश के लगभग 10 लाख 40 हजार बूथों पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म जयंती मना रही है। आज हम सभी पार्टी कार्यकर्ता पंडित दीनदयाल उपाध्याय के कृतित्व को याद करते हुए वैचारिक स्पष्टता के साथ समाज की सेवा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ें और देश को एक सबल राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें, यही मेरी कामना है और यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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