नई दिल्ली/ अजीत सिन्हा
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने आज सोमवार को नई दिल्ली स्थित पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित किया और राजीव गाँधी फाउंडेशन को मिले डोनेशन को लेकर सनसनीखेज खुलासे किये। डॉ पात्रा ने इस खुलासे को लेकर सबूत भी शेयर किये।
डॉ पात्रा ने राजीव गाँधी फाउंडेशन की फंडिंग को लेकर चौंकाने वाले खुलासे करते हुए कहा कि पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी मेहुल चौकसी, यस बैंक घोटाले और रिश्वत के आरोपी राणा कपूर, नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड घोटाले के अभियुक्त जिग्नेश शाह और भगोड़े तथाकथित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक की कंपनियों से गाँधी-वाड्रा परिवार के राजीव गाँधी फाउंडेशन को लगातार डोनेशन मिलता रहा। उन्होंने गाँधी-वाड्रा परिवार पर हमला करते हुए कहा कि आरजीएफ को डोनेशन महज कोई संयोग नहीं था, बल्कि एक सोची- समझी साजिश थी।
भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि राजीव गांधी फाउंडेशन को कई लाख रुपये मेहुल चोकसी के फाउंडेशन से मिले हैं। मेहुल चोकसी पंजाब नेशनल बैंक फ्रॉड केस में शामिल है। मेहुल चोकसी के नाम पर गीतांजलि ग्रुप है। इसके अंतर्गत एक पेपर कंपनी आती है जिसका नाम है मैसर्स नवराज एस्टेट्स। मेसर्स गीतांजलि इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड और मेहुल चोकसी द्वारा इस नवराज एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड को 2012-13 और 2013-14 में क्रमशः 47.78 करोड़ रुपये और 24.45 लाख रुपये मिले थे जबकि नवराज एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड ने 2012-13 और 2013-14 में अपने खातों में कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं दिखाई। नवराज एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से चेक संख्या 676400 द्वारा 29 अगस्त 2014 को 10 लाख रुपये डोनेट किया गया। यहां यह बताना जरूरी है कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मेहुल चोकसी और गीतांजलि इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, दोनों के खिलाफ पीएमएलए के प्रावधानों के तहत दो शिकायतें लंबित हैं और विशेष न्यायालय द्वारा पहले ही पीएमएलए के तहत अपराध का संज्ञान लिया जा चुका है।
यस बैंक घोटाले में आरोपी राणा कपूर द्वारा आरजीएफ को डोनेशन दिए जाने का खुलासा करते हुए डॉ पात्रा ने कहा कि राणा कपूर ने तत्कालीन यूपीए सरकार से पद्म भूषण पुरस्कार प्राप्त करने के इरादे से तत्कालीन यूपीए चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गाँधी के परिवार के साथ सौहार्द्रपूर्ण संबंध बनाए रखने हेतु एक पेंटिंग की खरीद मामले में प्रियंका वाड्रा को यस बैंक से दो करोड़ रुपये डायवर्ट किये थे। इसके अतिरिक्त राणा कपूर ने 14 सितंबर 2016 को यस बैंक के फंड से राजीव गाँधी फाउंडेशन को 9.45 लाख रुपये डोनेट किया था। राणा कपूर पर मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के कई मामले चल रहे हैं। अब तक 3557 करोड़ रुपये के रिश्वत की परिसंपत्तियों की पहचान कर ली गई है और इसमें से पीएमएलए के तहत 2320 करोड़ रुपये अटैच कर दिया गया है। राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आरजीएफ को दिए गए एक और संदेहास्पद डोनेशन का जिक्र करते हुए कहा कि पीएमएलए के तहत आरोपित कंपनी फाईनेंशियल टेक्नोलोजीज इंडिया लिमिटेड (FTIL) ने राजीव गाँधी चैरिटेबल ट्रस्ट को 27 अक्टूबर 2011 को 50 लाख रुपये का डोनेशन दिया जो कि आपराधिक गतिविधि में आता है। जिग्नेश शाह की स्वामित्व वाली फाईनेंशियल टेक्नोलोजीज इंडिया लिमिटेड पर पीएमएलए के तहत नेशनल स्पॉट एक्सचेंज
लिमिटेड के 5,600 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच चल रही है। डॉ पात्रा ने आरजीएफ और भगौड़े और कई मामलों में आरोपी जाकिर नाइक के भीच भी कनेक्शन का आरोप लगाया। डोनेशन की डिटेल शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि जाकिर नाइक ने पीएमएलए के तहत आरोपित अपने संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (DCB Bank a/c 00120200000126) के माध्यम से राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट को 8 जुलाई 2011 को 50 लाख रुपये का चेक दिया था। यहाँ यह भी ध्यान देना जरूरी है कि राजीव गाँधी चैरिटेबल ट्रस्ट ने 12 जुलाई 2016 को इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को उसके DCB बैंक के दुसरे अकाउंट (a/c no.00120200000976) में 50 लाख रुपये का डोनेशन दिया था। कांग्रेस ने अलग खाते में पैसे भेजे क्योंकि दूसरे खाते की जांच चल रही थी। जाकिर नाइक और इसके संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन तथा मैसर्स हारमोनी मीडिया प्राइवेट लिमिटेड पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत जांच चल रही है।