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भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, दशकों से लंबित मुद्दों पर कांग्रेस ने रोड़े अटकाने का काम किया।

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आज पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया. उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए झूठ,अराजकता और देश की जनता के समक्ष भ्रमजाल फ़ैलाने की राजनीति का पर्दाफाश करते हुए उनपर करारा हमला किया.भाटिया ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता राहुल गांधी सवाल तो पूछना चाहते हैं, लेकिन विपक्ष की जिम्मेदारी से दूर भागते हैं। जो झूठ, भ्रम और अराजकता की राजनीति वो करते हैं, ये जनता के सामने आना जरूरी है। भाटिया ने कोविड टीकाकरण की नवीनतम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय को-वैक्सीन की प्रभावोत्पादकता तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल में 81 फीसदी सामने आई है.एक भारतीय होने के नाते हमें गर्व होना चाहिए कि विकसित देशों द्वारा निर्मित वैक्सीन की तुलना में स्वदेशी वैक्सीन की प्रभावोत्पादकता कहीं ज्यादा है. साथ ही, यह भी हमारे लिए गर्व की बात है कि पूरे विश्व में करीब करीब 65 फीसदी वैक्सीन का निर्माण भारत में होता है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन निर्माण की प्रक्रिया में करीब 10 साल लग जाते हैं लेकिन हमारे लिए गर्व और हर्ष की बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की एजेंसी ICMR, हेल्थ मंत्रालय और वैज्ञानिकों ने एक वर्ष के कम समय में ही दो-दो वैक्सीन का निर्माण कर यह साबित कर दिखाया कि देश आत्मनिर्भर हो चुका है।

भाटिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ये कोई नहीं भूलेगा कि किस तरह से कांग्रेस के बड़ेनेताओं शशि थरूर, जयराम रमेश और नकारात्मक राजनीति में अग्रणी भूमिका निभाने वाले राहुल गाँधी ने भारतीय वैक्सीन पर तरह तरह के सवाल उठाए। लेकिन देश के लिए यह गर्व की बात है कि कोविड टीकाकरण की 166,16,048 लाख की खुराकें दी जा चुकी हैं. वीवीपीआई संस्कृति को तोड़ते हुए केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने यह साबित कर दिखाया कि प्रत्येक नागरिक की जान बचाना ही सरकार की प्राथमिकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण के प्रथम चरण में कोविड वारियर्स को टीके लगाए गए जिन्होंने अपनी जान की परवाह किये बिना देश का सर ऊँचा किया. अगर यही कांग्रेस की सरकार होती तो सबसे पहला टीका गांधी परिवार को लगता और वो उनका जन्मसिद्ध अधिकार माना जाता। फिर उनके वर्कर आते सिफारिश लेटर लेकर तब उनको वैक्सीन लगती। लेकिन हमारे लिए गर्व की बात है कि पहले चरण में जो टीके लगे वो कोविड वॉरियर्स को लगे। भाटिया ने विपक्षी पार्टियों द्वारा गलत बयानबाजी कर देश की जनता के बीच भ्रमजाल फ़ैलाने के षड़यंत्र को उजागर करते हुए कहा कि जो लोग पहले वैक्सीन की गुणवत्ता पर भ्रमजाल फैलाते हुए ये कहतेरहे कि प्रधानमंत्री टीका क्यों नहीं लगवाते हैं, वह भ्रमजाल प्रधानमंत्री के टीका लगाने के बाद खत्म हुआ है। यह भ्रमजाल हटते ही विपक्षी पार्टियों को पीड़ा होने लगी. कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा,कुछ दिनों पूर्व, केंद्र को यह लिखना कि हमें कोविड वैक्सीन नहीं चाहिए, कहाँ तक उचित है? शरद पवार, और नवीन पटनायक जैसे विपक्ष के कई नेताओं ने इसे राष्ट्र का टीका मानते हुए टीकाकरण कराकर देश को यही सन्देश दिया कि कुछ मुद्दे ऐसे हैं जिस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. इसके लिए मैं इन नेताओं के प्रति आभार प्रकट करता हूं. उन्होंने कहा कि विश्व के कई ऐसे देश हैं, चाहे कैरिबियन देश हों या पड़ोसी देश, ये सभी भारत पर निर्भर करते हैं और आज भारत इतना मजबूत बन चुका है कि पूरे विश्व में आज फार्मेसी ऑफ़ द वर्ल्ड बन गया है.
पिछले दिनों इनकम टैक्स विभाग द्वारा, कानून के मुताबिक.कुछ लोगों के घरों और दफ्तरों में छापे पड़े और उनसे पूछताछ भी की जा रही है. लेकिन इनकम टैक्स की इस कानून सम्मत कार्रवाई पर कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी सवाल उठा रहे हैं. कानून अपना काम न करे, ये कांग्रेस पार्टी का चरित्र रहा है.
कांग्रेस जब सत्ता में होती है तो इनका एकमात्र उद्देश्य संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग करना होता है और जब विपक्ष में होती है तो बिना किसी पुख्ता सबूत के इन संस्थाओं की कार्रवाई पर सवाल उठाना शुरू कर देते हैं. विपक्ष का यह रुख देश के लोकतंत्र के लिए कितना सही है? उन्होंने यूपीए शासन काल में सीबीआई के दुरूपयोग की याद दिलाते हुए कहा कि यूपीए के समय सीबीआई का दुरूपयोग इस स्तर तक हुआ कि सर्वोच्च अदालत को टिप्पणी करते हुए कहना पड़ा कि सीबीआई सरकार की तोता है जो पिंजरे में बंद है और जिसे आजाद कराना है. और आज जब वही पिंजरे का तोता एक बाज की भांति पूरी निर्भीकता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए हुए भ्रष्टाचारियों को सामने ला रहा है तो कांग्रेस को दर्द हो रहा है. भाटिया ने अपरिपक्व और गैर-जिम्मेदार राहुल गाँधी के उस ट्वीट का जिक्र करते हुए उनपर निशाना साधा जिसमें राहुल जी ने कहा है कि मणिपुर में भाजपा के 12 विधायकों की लाभ के पद पर रहने की वजह से अयोग्यता पर 2018 में ही फैसला हो गया था और चुनाव आयोग ने भी मणिपुर के राज्यपाल को
इस बाबत निर्देश दिया था, लेकिन राज्यपाल उस पर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं. जबकि निर्वाचन आयोग ने राहुल गाँधी के इस बयान का सिरे से खंडन करते हुए महत्वपूर्ण बात कही है कि आयोग ऐसा विशिष्ट कम्युनिकेशन कभी नहीं करता. आयोग ने राज्यपाल को ना तो कभी ऐसा संदेश भेजा और न ही इस विषय पर चर्चा की.भाटिया ने कहा कि चुनाव आयोग और राज्यपाल कार्यालय के बीच पत्राचार की सच्चाई जाने बगैर उसे सार्वजनिक करना कितना उचित है? चुनाव आयोग और राज्यपाल जैसी संवैधानिक संस्थाओं और पदों की गरिमा को तार-तार करना,उनकी मर्यादाओं का ध्यान नहीं रखना और उन पर सवाल उठाना कांग्रेस का हमेशा से चरित्र रहा है. पिछले दिनों भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में होने जा रहे चुनावों की तारीखें तय कीं तो उस पर भी विपक्षी पार्टियों ने प्रश्न उठाया कि आखिर आयोग को चलाता कौन है? किस राज्य में कितने चरणों में चुनाव होंगे इसका निर्णय करना चुनाव आयोग का क्षेत्राधिकार है और संवैधानिक संस्था पर ऐसी हल्की और ओछी टिप्पणी करना देश के लोकतंत्र को कमजोर करती है. चुनाव जीत जाएँ तो ईवीएम सही और हार जाएँ तो ईवीएम ख़राब. कांग्रेस इस प्रकार की झूठ की राजनीति आखिर कब तक करेगी? भाटिया ने कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के मुहावरे पर तंज कसते हुए कहा कि सौ सौ चूहे खा के बिल्ली चली हज को.उन्होंने कहा कि जमानत पर बाहर घूम रहे कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी को यह नसीहत देने का कोई अधिकार नहीं कि सीबीआई,ईडी और इनकम टैक्स विभाग कैसे अपना काम करेगी? राहुल गाँधी को सवाल पूछने के बड़े शौक हैं लेकिन जब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उनसे सवाल पूछे तो वो ऐसे गायब हुए जैसे गधे के सर से सिंग. राहुल गांधी रक्षा मंत्रालय की स्टैंडिंग कमेटी की मीटिंग से, जिसके वे सदस्य भी हैं, गायब रहते है. रोबर्ट वाड्रा का जमीन घोटाला हो, जिसकी सीबीआई जांच चल रही है, या फिर नेशनल हेराल्ड मामला, इन पर राहुल गाँधी कभी कुछ नहीं बोलते.उन्होंने कहा कि दशकों से लंबित मुद्दों पर कांग्रेस ने रोड़े अटकाने का काम किया। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छा शक्ति ने सुनिश्चित किया की देशहित में अगर कुछ है तो- उसको रुकने नहीं देंगे, भारत मां का शीश हम झुकने नहीं देंगे। भाटिया ने कांग्रेस के दोहरे चरित्र पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने को धर्मनिरपेक्ष बताती है, लेकिन वही कांग्रेस पश्चिम बंगाल में हाल फिलहाल गठित अब्बास अब्दुल सिद्दीकी की इंडियन सेक्युलर फ्रंट(आईएसएफ़) के साथ गठबंधन करती नजर आ रही है। इस गठबंधन को लेकर स्वयं कांग्रेस के अन्दर ही आतंरिक कलह की स्थिति पैदा हो गई है. राहुल गाँधी जिस प्रकार के गैर-जिम्मेदाराना सवाल किये भारतीय जनता पार्टी ने उनका उत्तर दिया. भारतीय जनता पार्टी ने भी कांग्रेस पार्टी और राहुल गाँधी से प्रश्न किये, यदि उन्हें ऐसा लगता है कि लोकतंत्र में उन प्रश्नों का उत्तर देना बनता है, तो उसका इंतज़ार रहेगा.

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