अजीत सिन्हा / नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आज केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा सोनिया गाँधी पर जमकर हमला बोला. सोनिया गाँधी पर भ्रम की राजनीति करने का आरोप लगते हुए उन्होंने कहा कि अपनी ही पार्टी में अपने परिवार को बचाने की कोशिश में लगी हैं और देश विरोधी राजनीति करने से भी गुरेज नहीं करती हैं. कांग्रेस के भीतर आन्तरिक लोकतंत्र नहीं होने का आरोप लगते हुए भाटिया ने कहा की आज सीडब्लूसी (कांग्रेस वर्किंग कमेटी) की बैठक नहीं थी बल्कि पीबीडब्लूसी (परिवार बचाओ वर्किंग कमेटी) की बैठक थी. सोनिया गाँधी हैंड्स स्वघोषितपूर्णकालिक अध्यक्ष और “हैंड्स ऑन” होने की बात करती है किन्तु कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में मनीष तिवारी, कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद सहित जी-23 के नेताओं ने उन पर सवाल उठा दिए हैं कि “कांग्रेस का कैप्टन कौन है?” कपिल सिब्बल जी सवाल करते है तो उनके घर पर कांग्रेसी हमला बोलते हैं.
सोनिया गाँधी को “असफल सांसद” करार देते हुए भाटिया ने कहा कि वे खुद पिछले दो साल में एक बार भी अपने लोकसभा क्षेत्र में नहीं गई. वैश्विक महामारी कोरोना काल में भी एक सांसद होने की जिम्मेदारी नहीं निभाई. भाटिया ने कहा कि आम आदमियों के मुद्दे को नजर अंदाज करना किसी पार्टी का अंदरूनी मसाला नहीं सकता है. सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और प्रियंका वाड्रा पर सेलेक्टिव राजनीति करने का आरोप लगते हुए भाटिया ने कहा कि चाहे राजस्थान के हनुमानगढ़ हो या पंजाब के मोगा में, किसानों पर बरबर्तापूर्ण पुलिस की लाठी बरसाई जाती है या हनुमानगढ़ में दलित युवक को पीट पीट कर हत्या करने और नागपुर में युवती के साथ बलात्कार की घटना हो, इन सब मामलों पर ये लोग चुप्पी साधे रहते हैं. महाराष्ट्र, छतीसगढ़, राजस्थान और पंजाब की कांग्रेस शासित राज्यों में दलित, किसान और महिला उत्पीड़न की घटनाएँ लगातार बढ़े हैं.क्या कांग्रेस तालिबानी सोच के साथ खड़ा है? यह सवाल उठाते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता भाटिया ने कहा की सिंघु बॉर्डर पर एक दलित भाई की निर्मम तरीके से हत्या कर दी जाती है, किन्तु कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में इस पर चर्चा तक नहीं की जाती है. कांग्रेस सिर्फ सस्ती और वोट बैंक की राजनीति कर रही है. वहीँ दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर किसान नेता राकेश टिकैत कहते है कि इस तरह की घटना के लिय आयोजक जिम्मेदार नहीं है. किसान अनदोलन में अराजक तत्व किसानों के कंधे पर बन्दुक रखकर राजनीतिक रोटी सेंक रहें हैं. इस देश में तालिबानी सोच और कानून तोड़ने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है.कृषि कानून को तीन काले कानून कहे जाने पर भाटिया ने कहा की कांग्रेस खुद इस कानून को लाना चाहती थी. कांग्रेस के मेनिफेस्टो के अध्ययन सात में लिखा है की कृषि मंडियों को बंद करेंगे. जबकि इस कानून के तहत कृषि मंडियों को यथास्थिति में रखा गया है. अतिरिक्त बाजार उपलब्ध कराये गए हैं जहाँ किसानों को उचित मूल्य मिल सके. कांग्रेस पर किसान विरोधी राजनीति कराने का आरोप लगते हुए भाटिया ने कहा कि राहुल गाँधी संसद में कृषि कानून में खामियां नहीं बताते हैं. दूसरी ओर, केंद्र सरकार द्वारा लागू किये गए एमएसपी की मांग करने पर राजस्थान और पंजाब के किसानों की पिटाई की जाती है. राजस्थान के किसानों को कुर्की जब्ती का नोटिस भेजा जाता है. काला कृषि कानून तो पंजाब में लागू है, जहाँ कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में करार तोड़ने पर किसान को जेल में डालने का प्रावधान है. वोट बैंक और सस्ती राजनीतिक पर्यटन में संलिप्त कांग्रेस पर हमला करते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता भाटिया ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में एक सिख महिला पर गोली बरसाई जाती है. सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और प्रियंका वाड्रा अल्पसंख्यक के आंसू पोछने नहीं जाते हैं. उन्हें वोट बैंक खिसने का डर है, लेकिन लखीमपुर जाते हैं. सेलेक्टिव राजनीति का पराकाष्ठा यह है की कांग्रेस द्वारा राष्ट्रपति को दिए गए ज्ञापन में चार किसानों की चर्चा की गई किन्तु अन्य चार लोगों का जिक्र नहीं किया गया, जिनका उस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मौत हो गई थी.राष्ट्रीय सुरक्षा पर कांग्रेस की उदासीनता पर जमकर हमला बोलते हुए भाटिया ने कहा कि वर्ष 2006 में कांग्रेस सरकार के रक्षा मंत्री एके एंटोनी संसद में खड़ा होकर अपनी असमर्थता जताते थे. आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ इच्छा शक्ति और भारतीय सेना के पराक्रम से चीन को गलवान में पीछे धकेला दिया. सीमा पर सुरक्षा के लिए सडकों सहित आधारभूत संरचना का निर्माण हुआ है और हो रहा है, सेना की आवश्यकताओं को पूरी की जा रही है. भारत को सशक्त देश के रुप में स्थापित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र की आमसभा, अमेरिका के राष्ट्रपति जॉय बायडेन और कवार्ड की बैठक में आतंवाद की मुद्दे को जोरदार ढंग से रखा है.कांग्रेस को कोविड19 में योगदान करने वाले लाखों डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर को धन्यवाद देने की नसीहत देते हुए श्री भाटिया ने कहा कि देश में जल्द ही 100 करोड़ लोग को मेड इन इंडिया वैक्सीन लग जायेगा. इसके लिय वैज्ञानिकों को विशेष धन्यवाद देना चहिये.