नई दिल्ली: प्रेमिका को घुमाने के लिए एक लड़के को पैसों की जरूरत थी, इसलिए उसने दोस्तों के साथ मिलकर खुद से लूट की साजिश रच दी। राजौरी गार्डन थाना पुलिस ने आरोपित लड़के आशीष व उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसके पिता पैसे नहीं दे रहे थे। उसे गर्लफ्रेंड की डिमांड पूरी करने के लिए पैसों की जरूरत थी, इसलिए उसने लूट की झूठी कहानी रची।
दिल्ली पुलिस के अधिकारी के अनुसार, 23 दिसंबर की रात राजौरी गार्डन इलाके में घायल अवस्था में आशीष (25) को अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल से सूचना मिलने पर राजौरी गार्डन पुलिस वहां पहुंची। आशीष ने पुलिस को बताया कि वह परिवार के साथ रघुबीर नगर में रहता है। उसके पिता का दूध का कारोबार है। वह पिता का हाथ बंटाता है। रविवार रात वह दुकानदारों से पैसा जमाकर स्कूटी से घर लौट रहा था। इस दौरान तीन बदमाशों ने उसे रोककर स्कूटी को गिरा दिया। बदमाशों ने उस पर चाकू से हमला कर दिया और उसकी पैर में तीन वार कर उससे 82 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए। पुलिस टीम ने आशीष के बयान पर लूट की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू की।
इंस्पेक्टर अतर सिंह ने आशीष द्वारा बताए गए इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जब्त की और एसआइ संजीत सिंह ने पीड़ित की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाली। दोनों की जांच के बाद पुलिस को आशीष के बयान और मौके की सीसीटीवी फुटेज में अंतर दिखा। इसके अलावा आशीष ने अपने मोबाइल से कुछ फोन कॉल और मैसेज हटा दिए थे, जो सीडीआर में सामने आ गए। वहीं,पुलिस ने आशीष से दोबारा पूछताछ शुरू की। पुलिस ने सीसीटीवी व सीडीआर से आशीष के बयान न मिलने की बात उसे बताई तो वह बयान बदलने लगा। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सच बता दिया। पुलिस को आरोपित ने बताया कि वह सट्टा खेलता था। वह सट्टे में पैसे हार गया था। उसे प्रेमिका को घुमाने के लिए लेकर जाना था। दोनों काम के लिए उसने घर से पैसे मांगे थे, लेकिन परिजनों ने देने से मना कर दिया। इसके बाद उसने दोस्त मनोज और विष्णु की मदद से खुद के साथ लूट की साजिश रची।