अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: साइबर थाना ,द्वारका , दिल्ली ने आज एक ऐसे आरोपित को अरेस्ट किया हैं जो 150 लड़कियों के मोबाइल फोन की डीपी में नग्न तस्बीरों को लगा कर सोशल मीडिया पर अपलोड करके वायरल करके प्रताड़ित करता था। अपलोड करने से पहले महिलाओं एंव लड़कियों को वह फोन कर के दोस्ती करने के लिए दबाव बनता और न मानने पर सोशल मीडिया पर उनकी नग्न तस्बीरों को वायरल करने की धमकी देता। जो भी लड़कियां उसकी धमकी से डर जाती, तो उसे ब्लैकमेल करने का काम करता था। पुलिस की माने तो अरेस्ट आरोपित का नाम सचिन हैं और पांचवीं पास हैं और वह मजदूरी करने का काम करता था।
घटना का संक्षिप्त विवरण:
शिकायतकर्ता द्वारा साइबर पुलिस स्टेशन द्वारका में शिकायत दर्ज कराई है जिसमें आरोप लगाया गया है कि गत 23 मार्च -22 की सुबह उसे एक अज्ञात वर्चुअल व्हाट्सएप नंबर से दोस्ती के संदेश मिले। इस पर उसने जवाब दिया कि वह शादीशुदा है और उस नंबर को ब्लॉक कर दिया। इसके बाद शाम को उसे फिर से विभिन्न वर्चुअल व्हाट्सएप नंबरों से दोस्ती संदेश और व्हाट्सएप कॉल प्राप्त हुए। जब उसने भेजने वाले को ऐसा करने से मना कर दिया, तो उसने उसकी मॉर्फ्ड अश्लील तस्वीरें भेजीं और उसके साथ गाली-गलौज की और धमकी दी कि अगर उसने उससे दोस्ती नहीं की तो वह उसकी उपरोक्त तस्वीरों को इंस्टाग्राम पर वायरल कर देगा। जब शिकायतकर्ता इसके लिए नहीं मानी तो उसने उसकी मॉर्फ्ड अश्लील तस्वीरें इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दीं। इस प्रकार उपरोक्त शिकायत पर साइबर थाना द्वारका में एफआईआर संख्या -06/22 , दिनांक 02/04/22, भारतीय दंड संहिता की धारा 354/506/509 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।
जाँच पड़ताल:-
ऑपरेशन वर्चस्व सच्ची भावना से किया जा रहा है और सभी अपराधों को उचित महत्व दिया जाता है। इंस्पेक्टर जगदीश कुमार एसएचओ / साइबर पीएस द्वारका के नेतृत्व में एक टीम जिसमें महिला एसआई निकिता, एसआई महेंद्र, एसआई साहिल, एएसआई मुकेश और कांस्टेबल शामिल थे। मामले को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए एसीपी विजय सिंह की देख रेख में रवि का गठन किया गया था। जांच के दौरान फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट और वर्चुअल नंबर हासिल किए गए और उनका विश्लेषण किया गया। प्रासंगिक आईपी पते और मोबाइल के आईपीडीआर, सीडीआर और सीएएफ संख्याएँ प्राप्त की गई हैं और उनका विश्लेषण किया गया है। प्रासंगिक IMEI की IMEI खोज भी प्राप्त की गई है और उनका विश्लेषण किया गया है। उक्त तकनीकी विश्लेषण के आधार पर टीम ने शाहबाद डेयरी में छापा मारा और आरोपी सचिन कुमार पुत्र अमरनाथ निवासी सी-ब्लॉक, शाहबाद डेयरी, नई दिल्ली, उम्र 30 वर्ष को अरेस्ट कर लिया.
पूछताछ:-
पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह व्हाट्सएप के लिए फ्रेंड सर्च के जरिए लड़कियों के मोबाइल नंबर सर्च करता था। फिर वह वर्चुअल व्हाट्सएप नंबर के जरिए दोस्ती के लिए उन नंबरों पर मैसेज करता था। अगर कोई लड़की दोस्ती करने से इनकार करती है, तो वह उसके व्हाट्सएप डीपी से उसकी तस्वीर लेता है और उसके चेहरे को नग्न तस्वीरों से बदल देता है जो उसने Google से डाउनलोड की थीं। उसके बाद वह उन मॉर्फ्ड तस्वीरों को उस लड़की को भेजता था और धमकी देता था कि अगर उसने उसका प्रस्ताव ठुकरा दिया तो वह उन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। अगर कोई लड़की ऐसा करने से मना करती थी तो वह उन मॉर्फ्ड अश्लील तस्वीरों को फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड कर देता था। उसने खुलासा किया कि उसने Youtube पर लड़कियों का पीछा करने और ब्लैकमेल करने की ऐसी तकनीक देखी और सीखी, जिसमें कोई उसे ट्रेस नहीं कर सका। धीरे-धीरे उसका डर खुल गया और उसे लड़कियों का पीछा करने और ब्लैकमेल करने में मजा आने लगा। अब तक वह अलग-अलग इंस्टाग्राम अकाउंट पर 100 से ज्यादा लड़कियों की मॉर्फ्ड अश्लील तस्वीरें अपलोड कर चुका है।
अरेस्ट आरोपी:-
सचिन कुमार पुत्र अमरनाथ निवासी सी- 16/21, शाहबाद डेयरी, नई दिल्ली, आयु 30 वर्ष। वह जगाधरी, यमुना नगर, हरियाणा का स्थायी निवासी है। वह 5वीं कक्षा के बाद बाहर हो गया और घर पर ही रहा। वह अविवाहित है और शाहबाद डेयरी क्षेत्र में मजदूरी का काम करता है।
बरामद
• अपराध के कमीशन में इस्तेमाल स्मार्टफोन।
• सिम कार्ड।