अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियााणा पुलिस ने जिला पलवल से पांच ऐसे साईबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है जो बंद पड़े सिम कार्डो को फिर से चालू कर फर्जी दस्तावेज तैयार करते व बाद में फर्जी बैंक खाता खुलवाकर उन खातों को जालसाज लोगों को बेच देते थे। जालसाज लोग उन खातों की मदद से लोगों के पास फर्जी कॉल कर रूपए ऐंठ लेते है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से 9 मोबाइल फोन, 49 सिम कार्ड जिनमें 18 सिम कार्ड खाली है, 20 पासपोर्ट साइज फोटो, 8 डेबिट कार्ड, 3 पेटीएम एकाउंट साथ में एटीएम कार्ड, 18 आधार कार्ड व एक कार बरामद की है।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बीते 8 सिंतबर को मिली एक शिकायत पर एक मामला दर्ज किया गया था। जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके व उसकी बहन के नाम से किसी ने केनरा बैंक में फर्जी खाता खुलवा रखा है। मामले की जांच करते हुए सीआईए टीम ने तीन लोगों को रजपुरा गांव से गिरफ्तार किया जिन्होंने अपना नाम तारीफ, सलीम व सब्बीर बताया। पूछताछ में आरोपितों ने अपने दो और साथियों का खुलासा किया जिनकोे गिरफ्तार करने पर उनकी पहचान प्रवीण कुमार व पंकज के रूप में हुई। आरोपितों में प्रवीण कुमार वोडाफोन कंपनी का रिटेलर है जो तारीफ व सलीम को फर्जी फ्लैक्सी व खाली सिम कार्ड उपलब्ध कराता था। सबसे पहले आरोपित खाली सिम कार्ड खरीदते और फर्जी फ्लैक्सी के माध्यम से उन नंबरो की जांच करते जो बंद हो गए हो। क्योंकि तीन महीने बाद कंपनियों द्वारा उन नंबरो को फिर से मार्किट में जारी कर दिया जाता है।
आरोपित फिर सबसे पहले उन नंबर की जांच करते जिन नंबरों पर पेटीएम लिंक है वहां से पेटीएम खाते की जानकारी ले लेते। फिर उन नंबरो की जांच करते जिन पर आधार कार्ड लिंक हो। उन खातों से आधार कार्ड की जानकारी ले लेते। उसके बाद सारे दस्तावेज तैयार कर बैंक में ऑनलाइन फर्जी खाता खुलवा देते और पेटीएम खातों के एटीएम भी बनवा लेते। बाद में खातों को ठगी करने वाले जालसाज लोगों को 3 हजार से 3500 रुपये में बेच देते। यदि इन पेटीएम खातों के एटीएम कार्ड जारी करा लिए जाते थे तो फिर 8000 से 10000 रुपए में बेचते थे। ठगी करने वाले जालसाज फर्जी कॉल करके लोगों से ठगी का काम करते थे। आरोपितों ने एक-दो अन्य जगह भी वारदातों को अंजाम दे रखा है जिनकी जांच की जा रही है।