अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हाल ही में एनसीआर व इसके साथ लगते जिलों में कोविड-19 के मामलों में हुई वृद्धि के चलते हरियाणा सरकार ने प्रदेश में सामाजिक समारोहों जैसे शादी,राजनीतिक या धार्मिक कार्यक्रमों इत्यादि में लोगों की संख्या को सीमित करने का निर्णय लिया है। अब छ: जिलों नामत: गुरुग्राम, रेवाड़ी, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत और हिसार में इनडोर हॉल में होने वाले कार्यक्रमों में 50 लोग और खुले स्थानों पर होने वाले कार्यक्रमों में 100 लोग शामिल हो सकेंगे। जबकि शेष जिलों में यह संख्या इनडोर हॉल में होने वाले कार्यक्रमों में 100 और खुले स्थानों पर होने वाले कार्यक्रमों में 200 तक सीमित होगी। यह आदेश 26 नवंबर,2020 से लागू होंगे। मनोहर लाल ने यह जानकारी आज यहांप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कोविड -19 स्थिति पर आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक के दौरान दी। बैठक में गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी उपस्थित थे। हरियाणा के अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट , पश्चिम बंगाल, केरल, गुजरात और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया।
मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में कोविड -19 की स्थिति पहले और दूसरे चरण में संतोषजनक रही। हालांकि, कोविड -19 के तीसरे चरण में पिछले कुछ दिनों में विशेष रूप से एनसीआर क्षेत्र में आने वाले जिलों में कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने एनसीआर में टेस्टिंग को तेज कर दिया है ताकि कोविड-19 पॉजीटिव पाए जाने वाले लोगों को आइसोलेट किया जा सके। राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए उठाए जा रहे विभिन्न कदमों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा में प्रति मिलियन टेस्टिंग 1.24 लाख तक पहुंच गई है जो कि राष्ट्रीय औसत 80,000 प्रति मिलियन से बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में प्रतिदिन 32,000 टेस्ट किए जा रहे हैं, जिसे आने वाले दिनों में और बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा, कोविड-19 पॉजीटिव मरीजों के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है ताकि संक्रमण के प्रसार पर जांच रखी जा सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में कोविड-19 पॉजिटिव मामलों की दर 6.86 प्रतिशत है और मृत्यु दर केवल 1 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि मृत्यु दर को एक प्रतिशत से कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं। मनोहर लाल ने कहा कि राज्य में लोगों को मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए जागरूक व प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य में जल्द ही एक करोड़ मास्क वितरित किए जाएंगे। पुलिस और शहरी स्थानीय निकाय विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि मास्क पहनने के मानदंडों को सख्ती से लागू करें और इन मानदंडों का उल्लंघन करने वालों के चालान करना जारी रखें। मास्क न पहनने वालों पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 से उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सरकार ने अस्पतालों के बुनियादी ढांचे को और मजबूत किया है। प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में 57,000 बेड्स की व्यवस्था की गई है।
साथ ही, पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड्स आदि भी उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने होम आइसोलेशन वाले कोविड-19 रोगियों की देखभाल की व्यवस्था को और मजबूत किया है ताकि उन्हें घरों में ही उपचार की सुविधा प्रदान की जा सके। इसके उपरांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ भारत में कोविड-19 वेक्सीन कार्यक्रम पर भी एक बैठक की और वेक्सीन के प्राथमिक लाभार्थियों और स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों पर मुख्यमंत्रियों से सुझाव भी मांगे। बैठक में मुख्य सचिव विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी.एस. ढेसी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और वित्त आयुक्त संजीव कौशल, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम,गृह और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन. प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमा शंकर, मुख्यमंत्री कार्यालय में सलाहकार योगेन्द्र चौधरी,मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव अमित कुमार अग्रवाल और श्रीमती आशीमा बराड़, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग की निदेशक सुश्री अमनीत पी. कुमार, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक अशोक मीणा, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव सहित राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।