अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा में पूर्व आईपीएस राम नारायण सिंह के सेक्टर-50 में आयकर विभाग की छापेमारी में तीन करोड़ कैश मिले हैं। घर के बेसमेंट में टीम को 600 से ज्यादा लॉकर मिले हैं। जिनका सर्वे आयकर विभाग की टीम कर रही है, बरामद रुपए तीन लॉकर में रखे थे। दो और संदिग्ध लॉकर जल्द ही तोड़े जा सकते हैं। यह रुपए किसके हैं, इसका जवाब अभी नहीं मिला है। इनकम टैक्स की टीम उन्हें तलाश कर रही है। आयकर विभाग की टीम ने सोमवार की देर रात एक बजे लॉकर खोले थे, नोटों की गिनती जारी है। नोटों की गिनती के लिए मशीन मंगाई गई थी।
नोएडा सेक्टर-50 में ये मकान पूर्व आईपीएस अधिकारी आर.एन. सिंह और इस घर में उनका बेटा सुयश और उसका परिवार रहता है। पूर्व आईपीएस अधिकारी और उनकी पत्नी मिर्जापुर में रहते हैं। नोएडा में चुनावों में इस बार रिकॉर्ड ब्लैक मनी मिल रही है। 15 जनवरी से अब तक करीब ढाई करोड़ रुपए की ब्लैक मनी मिल चुकी है।
इन्हीं पैसों की जांच के दौरान इनकम टैक्स विभाग को पूर्व IPS राम नारायण सिंह के यहां लॉकर होने इनमें से किसी लॉकर में अघोषित 20 लाख की नकदी होने की जानकारी मिलने के बाद टीम ने इनके लॉकर की जांच के लिए छापेमारी की। आयकर की टीम जब घर के अंदर पहुंची तो बेसमेंट के अंदर लगभग 600 प्राइवेट लॉकर मिले। यह लॉकर अन्य लोगों के बताए जा रहे हैं, जिन्हें किराए पर दिया जाता था।
पिछले पांच साल से ‘मानसम कंपनी’ इस सेफ्टी वॉल्ट में लॉकर किराये पर देने का काम कर रही है। पूर्व आईपीएस अधिकारी की पत्नी के नाम पर निजी तौर पर प्राइवेट लॉकर किराए पर देने का काम किया जाता है। यह उनका पुश्तैनी काम है। विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कई लॉकरों में नगदी और आभूषण मिले हैं। यहां अनियमितताएं भी मिली हें। मसलन, यहां लॉकर लेने वालों के केवाईसी नहीं मिले। जिन लॉकरों में सामान मिला है,
उनके मालिकों से जानकारी ली गई है। इस कार्रवाई के दौरान काली कमाई खपाने के संकेत भी मिले हैं। इसके बाद सोमवार को विभाग ने सर्वे की कार्रवाई को सर्च में तब्दील कर दिया। रविवार देर रात तक 500 से अधिक लॉकरों को खंगाला गया। पांच संदिग्ध लॉकरों के मालिक सामने नहीं आए हैं।
आयकर विभाग की टीमों ने उन लोगों से संपर्क किया, लेकिन वे सामने आने में आनाकानी कर रहे हैं। आयकर विभाग की जांच अब बेनामी लॉकर की ओर बढ़ रही है। पकड़ी गई रकम सरकारी खाते में जमा होगी।
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