अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा की पर्यावरण समिति की अध्यक्ष आतिशी ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी के घोटालों पर खुद मेयर ने मुहर लगा दी है। ईडीएमसी के अधिकारियों को गाजीपुर लैंडफिल साइट के दस्तावेज सौंपने से रोका है। ईडीएमसी के अधिकारियों ने बताया “दिल्ली विधानसभा को सभी दस्तावेज दिखाने के लिए मेयर ने अनुमति नहीं दी” है। भाजपा शासित एमसीडी के मेयर को पता है कि भाजपा ने कूड़ा निस्तारण और गाज़ीपुर लैंडफिल साइट को साफ करने के नाम पर करोड़ों रुपए के घोटाले किए हैं। भाजपा के मेयर घोटाले को छुपाने के लिए दिल्ली विधानसभा के सामने दस्तावेज, कॉन्ट्रैक्ट, टेंडर की जानकारी देने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि गाजीपुर की समस्या ना सुलझने का कारण भाजपा शासित एमसीडी द्वारा किए गए घोटाले हैं। गाजीपुर लैंडफिल साइट एमसीडी में भाजपा के 15 साल के शासन की देन है। पिछले 1 महीने में 3 बार गाजीपुर के पहाड़ में आग लग चुकी है।
दिल्ली विधानसभा की पर्यावरण समिति की अध्यक्ष आतिशी ने गाज़ीपुर लैंडफिल साइट के संबंध में स्थिति को और स्पष्ट किया है। आतिशी ने कहा कि गाजीपुर लैंडफिल साइट एमसीडी में भाजपा के 15 साल के शासन की देन है। पिछले 1 महीने में 3 बार गाजीपुर के पहाड़ में आग लग चुकी है। आसपास के इलाकों में लोगों के घरों में जहरीला धुआं जा रहा है और दिल्ली की हवा प्रदूषित हो रही है, क्योंकि गाजीपुर कूड़े के पहाड़ की सफाई में भाजपा ने बहुत बड़ा घोटाला किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा शासित ईडीएमसी निजी कंपनियों के साथ तरह-तरह के कॉन्ट्रैक्ट साइन करती है, इस नाम पर कि गाज़ीपुर लैंडफिल साइट की हाइट कम कर रहे हैं और कूड़े के पहाड़ को बढ़ने नहीं देंगे। वहां पर कूड़ा आने से पहले ही हम रि-सायकल कर देंगे और वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में दे देंगे। लेकिन सच्चाई यह है कि इन सभी कॉन्ट्रेक्ट में भाजपा ने घोटाला किया है। आज इस घोटाले को छुपाने की कोशिश कर रही है। आतिशी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा की पर्यावरण समिति ने ईडीएमसी के अधिकारियों को बुलाया और सभी कागजात मांगे, यह देखने के लिए अलग-अलग निजी कंपनियों से ईडीएमसी ने क्या-क्या करार किए हैं। आखिरकार ऐसे कैसे है कि ईडीएमसी कॉन्ट्रैक्ट पर कॉन्ट्रेक्ट साइन कर रही है लेकिन गाजीपुर का कूड़े का पहाड़ खत्म नहीं हो रहा है। जब हमने पूर्वी दिल्ली नगर निगम से यह कागज मांगे तो दस्तावेज हमें नहीं भेजें। दिल्ली विधानसभा ने एक रिमाइंडर पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर को भेजा। तब पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने हमें एक वेबसाइट की लिस्ट दे दी। ईस्ट दिल्ली नगर निगम की वेबसाइट पर जो दस्तावेज हैं वह हमें दिखा दिए। इसके अलावा कहा कि दिल्ली विधानसभा को सभी दस्तावेज दिखाने के लिए हमें अभी तक मेयर ने अनुमति नहीं दी है।दिल्ली पर्यावरण समिति की अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे में भाजपा शासित एमसीडी के मेयर आज भाजपा के घोटाले छुपाने में लगे हुए हैं। उनको पता है कि भाजपा ने कूड़ा निस्तारण के नाम पर और गाज़ीपुर लैंडफिल साइट को साफ करने के नाम पर करोड़ों रुपए के घोटाले किए हैं। लेकिन आज तक गाज़ीपुर लैंडफिल साइट कम नहीं हुई है। गाजीपुर का पहाड़ बढ़ता जा रहा है और आग भी बढ़ती जा रही है।उन्होंने कहा कि गाजीपुर की समस्या ना सुलझने का कारण भाजपा शासित एमसीडी द्वारा किए गए घोटाले हैं। भाजपा के मेयर आज इस घोटाले को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। इस घोटाले को छुपाने के लिए दिल्ली विधानसभा के सामने दस्तावेज, कॉन्ट्रैक्ट, टेंडर, कितना पैसा इन निजी कंपनियों को दिया जा रहा है, यह बताने को तैयार नहीं है। क्योंकि गाजीपुर के पहाड़ के पीछे भाजपा का बहुत बड़ा भ्रष्टाचार और घोटाला है।
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