अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दक्षिण पूर्व जिले के थाना जैतपुर, दिल्ली की टीम ने तीन अपहरणकर्ताओं साजिद उर्फ फौजी उर्फ फिरोज,वकील उर्फ वसीम व तैयबर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के साथ इनके कब्जे से 1,94,000/- रुपये की फिरौती वसूली , अपराध में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिलें और फर्जी पुलिस पहचान पत्र बरामद किए गए हैं।
घटना:-
पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक गत 18 फ़रवरी -2022 को थाना जैतपुर में एक लड़के के अपहरण व फिरौती की मांग को लेकर फोन आया था। कॉल का तुरंत जवाब देते हुए, संबंधित पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शिकायतकर्ता श्रीमती अप्सा बेगम से मिली, जिसमें उसने आरोप लगाया कि उसके भतीजे का कुछ अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया है, जिन्होंने फिरौती के रूप में दो लाख रुपये की मांग की और उसे पुलिस को सूचित न करने की धमकी दी। तदनुसार, थाना जैतपुर में एफआईआर संख्या- 141/2022, भारतीय दंड संहिता की धारा 364/506/34 आईपीसी दर्ज की गई और अपहृत लड़के की तलाश शुरू की गई।
टीम और जांच :-
अपराध की गंभीरता को भांपते हुए एक समर्पित टीम एसआई विजय, एसआई संजीव, एसआई सत्यप्रीत, एएसआई जयप्रकाश, प्रधान सिपाही कुलश्रेष्ठ, प्रधान सिपाही जगजीत, और सिपाही दिनेश को एसएचओ/जैतपुर के नेतृत्व में अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए एसीपी/बदरपुर की देखरेख में गठन किया गया था। थाना जैतपुर के इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया। जांच के दौरान पीड़िता ने अपनी मौसी को दोबारा फोन किया और दो लाख रुपये की फिरौती के साथ लोहिया पुल पर जल्दी आने को कहा। पीड़िता की मौसी को फिरौती की राशि के साथ ऑटो से लोहिया पुल के पास भेज दिया गया। अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए पुलिस टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर लोहिया पुल के पास जाल बिछाया। कुछ समय बाद, पीड़िता एक अपहरणकर्ता के साथ लोहिया पुल पर आ गई और योजना के अनुसार पीड़िता की मौसी ने पीड़ित को मांगे गए पैसे का बैग सौंप दिया और उसके बाद पीड़िता ने उसे अपहरणकर्ता को सौंप दिया। इसी बीच पुलिस टीम ने रुपयों की मांग करते हुए अपहरणकर्ता को तुरंत पकड़ लिया। हालांकि, मौके से कुछ दूरी पर मोटरसाइकिल पर सवार दो अन्य अपहरणकर्ता पुलिस टीम को देखकर फरार हो गए। पूछताछ करने पर उसकी पहचान साजिद उर्फ फिरोज उर्फ फौजी निवासी लोनी, उप्र उम्र 27 वर्ष के रूप में हुई। पूछताछ के दौरान उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसके कहने पर,उसके दो सह-आरोपियों नामतः वकील उर्फ़ वसीम, निवासी शक्ति विहार, दयालपुर, दिल्ली उम्र 27 वर्ष और तैयब्बर अली, निवासी, लोनी, उत्तर प्रदेश आयु 49 वर्ष को उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तारी के साथ उनके कब्जे से अपराध में इस्तेमाल की गई दो मोटरसाइकिलें, फर्जी पुलिस आईडी कार्ड और रुपये 1,94,000/- की फिरौती की मांग वसूली। अपहृत लड़के को छुड़ाया गया और उसके परिवार के साथ मिल गया।
पूछताछ:-
लगातार पूछताछ करने पर सभी अपहरणकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने पीड़ित का अपहरण करने की योजना बनाई थी। जब पीड़ित नमाज के बाद बाहर आया तो वे उसके घर से सौरभ विहार की मस्जिद तक गए। तीनों आरोपियों ने उसे रोका और फर्जी पुलिस आईडी कार्ड दिखा कर अपना परिचय पुलिस अधिकारी बताया। उन्होंने उससे कहा कि उन्हें उसके खिलाफ शिकायत मिली है अब उन्हें उनके साथ थाने जनकपुरी आना होगा। उसके बाद वे उसे जबरदस्ती अपनी मोटरसाइकिल पर ले गए और लोहिया पुल के पास पहुंच गए और उसे फिरौती के लिए अपनी मां को बुलाने का आदेश दिया। उन्होंने कम समय में अच्छा पैसा कमाने के लिए यह अपराध किया। तदनुसार, पीड़ित को बचा लिया गया और पुलिस दल की त्वरित प्रतिक्रिया से सभी आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
बरामदगी:-
1.रुपये 1,94,000/- की फिरौती वसूली
2.अपराध में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिलें जब्त
3.पुलिस के फर्जी आईडी कार्ड बरामद
आरोपी व्यक्तियों की पपृष्टभूमि:-
1.आरोपी साजिद उर्फ फिरोज उर्फ़ फौजी पुत्र सलीम, निवासी लोनी, उप्र उम्र 27 वर्ष 8वीं तक पढ़ा है। वह नशे का आदी है। वह बढ़ई का काम करता था। वह पहले डकैती, आर्म्स एक्ट और चोरी के 03 मामलों में शामिल रहा है।
2. आरोपित वकील उर्फ वसीम पुत्र इस्लाम निवासी शक्ति विहार, दयालपुर, दिल्ली 27 वर्ष 7वीं कक्षा तक पढ़ा हैं। वह कैब ड्राइवर का काम करता था। उसके खिलाफ कोई पिछली संलिप्तता नहीं पाई गई है।
3.आरोपी तैयब्बर अली पुत्र रहीश खान निवासी, लोनी, उ.प्र. उम्र 49 वर्ष अनपढ़ है। वह दर्जी का काम करता था। उसके खिलाफ कोई पिछली संलिप्तता नहीं पाई गई है।