अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ गुरुवार को पांचवें दिन नागालैंड से असम पहुंची। पांचवें दिन असम-नागालैंड सीमा पर यात्रा का जोरदार स्वागत हुआ। असम पहुंचने पर राहुल गांधी की हजारों की संख्या में लोगों ने अगवानी की। इस दौरान असम के मुख्यमंत्री द्वारा आयोजित कार्यक्रम के लिए इकट्ठी हुई स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी राहुल गांधी से मिलने पहुंच गई। राहुल गांधी की बस को देखते ही महिलाओं ने भाजपा सरकार का कार्यक्रम छोड़ा और दौड़कर राहुल गांधी से मिलने आ पहुंचीं। इसके बाद राहुल गांधी ने महिलाओं से बातचीत की और उनके साथ फोटो भी खिंचवाई।
इस दौरान राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद कांग्रेस ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को मणिपुर से शुरू किया है। क्योंकि भाजपा और आरएसएस देश में आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक अन्याय कर रहे हैं। ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का लक्ष्य हर धर्म, हर जाति के लोगों को एकजुट करने के साथ इस अन्याय के खिलाफ लड़ना भी है। राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर में सिविल-वॉर जैसा माहौल बना हुआ है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी आज तक मणिपुर नहीं गए। नौ साल पहले नागालैंड में प्रधानमंत्री मोदी ने जो वादा किया था, उसे अभी तक पूरा नहीं किया गया। असम के भी ऐसे ही हालात हैं। आज असम में देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है। भाजपा-आरएसएस देश में नफरत फैलाते हैं और एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाते हैं। भाजपा-आरएसएस का लक्ष्य जनता को लड़ाकर, उनका धन लूटने का है। राहुल गांधी ने कहा कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’, शंकर देव जी की विचारधारा की यात्रा है। जो असम का इतिहास है, हम उसे फिर से दोहरा रहे हैं। शंकर देव जी ने सबको रास्ता दिखाया, लोगों को जोड़ने का काम किया और अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। उसी रास्ते पर ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ चल रही है। असम के मुद्दों को ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के माध्यम से उठाया जाएगा।
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