अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: बुधवार देर रात को तिगांव विधानसभा क्षेत्र के गांव भैसावली के निकट एक खेत के एक गढ्ढे में भरे हुए बारिश के पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। पुलिस ने दोनों बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम कराने के लिए जिले के नागरिक अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया हैं। आज दोनों बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। बताया गया हैं कि ये गढ्ढा लगभग 10 फुट गहरा हैं। इस गढ्ढे को क्यों खोदा गया हैं और खोदने वाले कौन हैं। उनका इस बारिश के मौषम गढ्ढा खोद कर मिटटी उठा कर कहा ले जाया जा रहे हैं। इस सभी पहलुओं पर जिला प्रशासन को जांच करने की जरुरत हैं। इस मामले में डिप्टी कमिश्नर यशपाल सिंह से फोन संपर्क किया गया पर उन्होनें अपना फोन नहीं उठाया।
खबर के मुताबिक तिगांव क्षेत्र के गांव भैसावली के रहने वाले दो मासूम बच्चे सुंदर ,उम्र 8 साल और कार्तिक ,उम्र 12 साल कल शाम लगभग पांच बजे पतंग पकड़ने के उद्देश्य से भागते -भागते खेत में पहुंच गए और वहां पर बारिश का पानी पहले से जमा हुआ था। इस बात का अंदाजा इन बच्चों को नहीं रहा कि इस बारिश के पानी के नीचे लगभग 10 फुट गहरे गढ्ढे हैं और दोनों मासूम बच्चे इस गढ्ढे में गिर गए और डूब कर दोनों बच्चों की मौत हो गई। इस बात का पता तो रात लगभग 8 बजे परिजनों को लगी जब उस स्थान पर अपने बच्चों को तलाशते हुए पहुंचे। इसके बाद परिजनों ने इस घटना की सूचना रात लगभग 9 बजे तिगांव थाने की पुलिस को दी। पुलिस ने दोनों बच्चों के शवों को पानी से बाहर निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए जिले के नागरिक अस्पताल में भेज दिया गया हैं।
सवाल हैं कि आखिर का किसकी लापरवाही के कारण दोनों बच्चों की मौत हुई हैं। वहां से जो मिटटी उठाया जा रहा हैं क्या वह अवैध हैं या वैध हैं अगर वैध हैं तो वहां पर सुरक्षा घेरा क्यों नहीं हैं,अवैध रूप से अर्थमूभर मशीनों से मिटटी उठाया जा रहा हैं,क्या इसमें जिला प्रशासन की मिलीभगत हैं। इस सभी पहलुओं पर जांच की जरुरत हैं। इस संबंध में सहीं जानकारी लेने और देने के लिए डिप्टी कमिश्नर यशपाल यादव , डीसीपी, बल्लभगढ व एसडीएम, बल्लभगढ़ से बात करने के लिए फोन पर संपर्क किया गया पर इनमें से किसी ने अपना फोन नहीं उठाया। इससे यह पता चलता हैं कि फरीदाबाद के लोगों की इस अधिकारियों को कितना चिंता हैं।