अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
थाना ईकोटेक-3 में डाटा सेंटर तिराहे के पास 21 फरवरी को हुई मनजीत मिश्रा की हत्या का सनसनीखेज खुलासा करते हुए ईकोटेक-3 पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है. मनजीत मिश्रा की हत्या की सुपारी उसके के साले सचिन ने दी थी. पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस हत्याकांड की साजिश में शामिल अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किया जा रहे हैं.
पुलिस के गिरफ्त में खड़े सचिन राठौर और प्रवीण उर्फ तिलके को पुलिस ने डाटा सेंटर के पास से गिरफ्तार किया है. दोनों ने 15 लाख में मनजीत की हत्या की सुपारी देकर करवाई थी. डीसीपी नोएडा सेंट्रल शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि मनजीत मिश्रा की हत्या के बाद पुलिस की तीन टीमों का गठन हत्याकांड की जांच सौंपी गई थी. इन टीमों ने जांच के दौरान गाजियाबाद से लेकर नोएडा तक लगभग 100 कैमरे को चेक किया गया. जिसमें हत्या के दिन दो बाइक सवार मनजीत के घर से उसका पीछा करते हुए नजर आए और डाटा सेंटर तिराहे पर मौका देख उन दोनों ने मनजीत की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए। पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस व सर्विलांस की सहायता से सचिन राठौर और प्रवीण उर्फ तिलके को गिरफ्तार किया है।

डीसीपी ने बताया कि पूछताछ से पता चला कि मनजीत मिश्रा की पत्नी मेघा के भाई सचिन ने 15 लाख की सुपारी देकर अपने साथ काम करने वाले प्रवीण की सहायता से शूटरो से कोंटेक्ट किया और हत्या करवाई है। इसके लिए 5 लाख एडवांस में दिए गए थे। योजना के मुताबिक दोनों शूटर ओयो होटल में रुके थे. इन दोनों को मनजीत मिश्रा का घर दिखाया गया था. अगले दिन ही दोनों मनजीत का पीछा घर से किया और योजना के मुताबिक मनजीत की गाड़ी में टक्कर मारकर गिर गए. जैसे ही मनजीत मिश्रा के पास आया दोनों ने मनजीत को गोली मार दी और मौके से भाग गए.

शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि मृतक मनजीत मिश्रा और उसकी पत्नी मेघा दोनो एक साथ इन्द्रप्रस्थ कॉलेज साहिबाबाद गाजियाबाद मे पढ़ते थे। वहां पर वर्ष 2017 में दोनो की जान पहचान हो गई । दोनों दोस्त बन गए थे. सभी परिवार वालो ने राजाबन्दी से मेघा की शादी 28 जनवरी 2024 को मनजीत मिश्रा के साथ कर दी थी. लेकिन बाद में पारिवारिक विवाद हो गया था. इस मामले में पुलिस की जांच अभी जारी है और इस हत्याकांड में किसी साजिश में शामिल अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किया जा रहे हैं