अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: नगर निगम प्रशासन की मिलीभगत से ग्रीन फिल्ड कालोनी में एनआईटी नगर निगम की जमीन पर बिल्डरों ने दो मंजिला इमारत बना ली और ग्राहकों को धोखे से बिल्डर बेचने के फिराक में हैं। खबर हैं कि उसने दो फ्लैट बेच दी हैं और उसे तैयार होने के बाद कब्ज़ा दिया जाएगा। इस बाबत लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की हैं कि निर्माणकर्ता बिल्डर के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करें एंव बनाएं गए निर्माणधीन बिल्डिंग पर बुल्डोजर चला कर अपने जमीन को खाली कराएं और बेहतरीन कार्य के लिए जरुरत मंद लोगों को मुहैया कराएं।
खबर हैं कि ग्रीन फिल्ड कालोनी के प्लाट 460 ,ब्लॉक बी में नगर निगम प्रशासन की तकरीबन 240 गज जमीन हैं जोकि पिछले कई वर्षों से खाली पड़ा था। उस जमीन पर एक दबंग बिल्डर की नजर पड़ गई और उसपर उसने दो मंजिला ईमारत बना ली जोकि इस वक़्त निर्माणधीन हैं। बताया गया हैं कि इसी प्लाट के सामने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दयानंद कालोनी को बसाया गया है,जिसमें सैकड़ों गरीब परिवार के लोग रहते हैं। इससे प्रतीत होता हैं कि सूत्रधार की सूचना तक़रीबन सहीं हैं और बिल्डरों ने गलत तरीके से नगर निगम प्रशासन की इस जमीन को हासिल व कब्ज़ा करके दो मंजिला ईमारत खड़ी कर दी हैं।
पता चला हैं कि वर्ष -2005 में एक कंपनी के साथ मिलकर नगर निगम प्रशासन ने एक पैमाइस कराई थी, इसके के बाद प्लाट नंबर-460 ,ब्लॉक बी,ग्रीन फिल्ड कालोनी नगर निगम के हिस्से में आया था। बाकायदा नगर निगम ने उस प्लाट पर अपना बोर्ड भी लगाया था। जिसे किसी ने उखाड़ कर बाहर फेंक दिया था और अब उस प्लाट पर बिल्डरों ने कब्ज़ा करके एक बड़ी इमारत बना ली हैं जिसे जल्द ही ग्राहकों को धोखे में रख कर बेच दिया जाएगा। हालांकि इसमें दो फ्लैट बिल्डरों ने बेच देने की खबर हैं। “अथर्व न्यूज़” जल्द ही इस प्रकरण में नगर निगम की कमिश्नर अनीता यादव एंव एनआईटी के संयुक्त आयुक्त से मिलकर उन्हें इस बारे में अवगत कराएंगें,ताकि नगर निगम प्रशासन इस बारे में आगे की कार्रवाई शुरुआत कराएंगें। इस बारे में सम्बंधित बिल्डर से बातचीत करने की कोशिश की पर उन बिल्डरों के फोन नंबर नहीं मिले, के कारण बातचीत नहीं हो सकी है अगर उनका नंबर मिलता हैं या वह अथर्व न्यूज़ से अपना पक्ष रखना चाहते हैं, तो वह लिख दिया जाएगा। मालूम हुआ हैं कि इस प्रकरण में ग्रीन फिल्ड कालोनी के एक शख्स ने सीएम विंडों में एक शिकायत भी की हैं।