अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की एनडीआर क्राइम ब्रांच की एक टीम ने मेवात के 3 अपराधियों को अरेस्ट किया है, अरेस्ट किए गए अपराधियों के नाम आलिम उर्फ़ बब्बू, उम्र 27 साल,निवासी गांव- बावला, नूंह, हरियाणा, सलमान, उम्र 38 साल का गांव- उटावड़ , पलवल, हरियाणा और हसाम (सरगना), उम्र 42 साल, निवासी गांव बावला, नूंह, हरियाणा हैं। पुलिस ने इन अपराधियों के कब्जे से तीन कार एक बाइक व दो छीनी हुई मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस ने दिल्ली के अलग -अलग थानों के कुल 13 सेंघ मारी करके चोरी करने की वारदात को सुलझाया हैं , इन पर कुल 20 मुकदमे दर्ज हैं।
डीसीपी क्राइम रविंद्र सिंह यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि अरेस्ट अपराधी आलिम उर्फ़ बाबू , सलमान व हसन दिल्ली -एनसीआर में मोबाइल स्टोर (विशेष रूप से JIO मोबाइल स्टोर) को तोड़ने/उखाड़ने में शामिल थे। वारदात में इस्तेमाल की 3 कार तथा 2 चोरी के मोबाइल फोन बरामद किए गए। इनके कुल 13 मामलों सुलझाया गया हैं। पिछले 4 माह में दिल्ली में मोबाइल स्टोर काटने के 20 से अधिक मामलों में ये गिरोह शामिल होना पाया गया। उपरोक्त मामले को आगे की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की एनडीआर इकाई को स्थानांतरित कर दिया गया था। जांच के दौरान, यह सामने आया कि पिछले कुछ महीनों में, दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मोबाइल शोरूम काटने/चोरी की कई घटनाएं हुई हैं। एक विशेष जांच की टीम गठित की गई। टीम ने लगातार काम किया और पिछले कुछ महीनों में दिल्ली में हुई घटनाओं के बारे में सभी जानकारी एकत्र की और सभी घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया। टीम ने घटनाओं के पैटर्न का अध्ययन किया और दिल्ली से प्रवेश/निकास बिंदु प्राप्त करने के लिए दिल्ली-हरियाणा के सीमा बिंदुओं से सीसीटीवी फुटेज लिए। जांच के दौरान जानकारी मिली कि मेवात स्थित गिरोह के सदस्य मोबाइल शोरूम चोरी की घटनाओं में सक्रिय रूप से शामिल हैं और विभिन्न घटनाओं में सैंट्रो, ब्रेजा और अर्बन क्रूजर कारों का उपयोग कर रहे हैं।
यह भी पता चला कि यह गिरोह दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में जिओ मोबाइल स्टोर्स को निशाना बना रहा है और पिछले 4 महीनों में 20 से ज्यादा वारदातों को अंजाम दे चुका है। इस गिरोह के सदस्यों की पहचान के लिए भरसक प्रयास किए गए। उनके और उनके सिंडिकेट के बारे में जानकारी विकसित करने के लिए मैनुअल सर्विलांस लगाया गया था। इस संबंध में और जानकारी जुटाने के लिए गुप्त सूत्रों को तैनात किया गया था। पूरी छानबीन और जानकारी के बाद पता चला कि इन घटनाओं में हसाम, अफजल, आलिम उर्फ बब्बू, सलमान और अरमान सहित मेवात अपराधियों का गिरोह शामिल है। वे सभी बावला, तहसील तोरु, मेवात (एचआर) नाम के एक गाँव से ताल्लुक रखते हैं, जो मेवात क्षेत्र का एक हताश गाँव है जहाँ के ग्रामीण इन अपराधियों को बचाने के लिए पुलिस पार्टी पर हमला करने से कभी नहीं हिचकिचाते। उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई लेकिन हर बार वे उनके गांव की भौगोलिक स्थिति का फायदा उठाकर फरार होने में सफल रहे। टीम के ईमानदार प्रयासों का फल तब मिला जब उन्हें एक अपराधी और इस गिरोह के एक प्रमुख सदस्य आलिम उर्फ़ बब्बू के सैंट्रो कार में उसके गाँव के बाहर आवाजाही के बारे में सूचना मिली और आखिरकार उसे पकड़ने में सफलता मिली। उसके पास से अपराध में प्रयुक्त सेंट्रो कार भी बरामद हुई है। कार ई-एफआईआर संख्या 037966/22 दिनांक 29/12/2022 , भारतीय दंड संहिता की धारा 379, थाना कीर्ति नगर में चोरी की पाई गई। आरोपी व्यक्ति को उसके साथियों को अरेस्ट करने और लूटे गए मोबाइल फोन बरामद करने के लिए पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया था। आगे की जांच के दौरान बाकी आरोपी व्यक्तियों हसाम, अफजल, सलमान और अरमान की गिरफ्तारी के लिए गांव बावला और उटावड़, हरियाणा में और छापेमारी की जा रही है। फरार आरोपितों के बारे में और जानकारी जुटाने के लिए गुप्त सूत्र तैनात किए गए थे। टीम के ईमानदार प्रयासों का फल तब मिला जब उन्हें इस गिरोह के सरगना हसाम के रामगढ़, अलवर, राजस्थान की ओर बढ़ने की सूचना मिली। तुरंत ही राजस्थान में छापेमारी की गई और हसाम 42 वर्षीय गांव बावला, नूंह, हरियाणा को भी इस मामले में अरेस्ट किया गया। बाद में आरोपी सलमान को औपचारिक रूप से मंडोली जेल से अरेस्ट कर लिया गया।
पूछताछ और काम करने का ढंग
पूछताछ के दौरान उन्होंने खुलासा किया कि वे अपने सहयोगियों अफजल और अरमान निवासी बावला, नूंह के साथ इस प्रकार की सभी घटनाओं में शामिल थे और मुख्य रूप से जियो शोरूम को निशाना बनाते थे। क्योंकि इन स्टोरों में बहुत सारे मोबाइल फोन थे। उन्होंने आगे खुलासा किया कि दुकानों को तोड़कर इन मोबाइलों को भरतपुर, कामा, राजस्थान में अच्छी कीमत पर बेच देते थे जो बाद में सभी मोबाइल फोन का आईएमईआई बदल कर उन्हें ओएलएक्स फ्रॉड करने के लिए आसपास के इलाकों में बेच देते थे।