अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा के कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर खोलकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के ठग को गिरफ्तार किया है, जबकि उसके दो साथी अभी फरार हैं। पुलिस ने आरोपी के ऑफिस से वारदात में इस्तेमाल कीपैड के 14 मोबाइल, पांच कम्प्यूटर सिस्टम और एक स्मार्ट फोन बरामद किया है।
पुलिस कि गिरफ्त में खड़े राजेश कुमार को पुलिस ने उस समय पकड़ा जब वह दूसरी जगह ऑफिस शिफ्ट कर रहा था। एडीसीपी रणविजय ने बताया कि सेक्टर-58 सी ब्लॉक में फर्जी कॉल सेंटर खोलकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने की शिकायतें मिल रही थी। इन शिकायतों की जांच करने के लिए पुलिस टीम ने सी-40 पर पुलिस ने छापेमारी की और गिरोह के ठग को गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान दिल्ली के गीता कॉलोनी निवासी राजेश कुमार के रूप में हुई। आरोपी के दो साथी हरीश और श्वेताभ अभी फरार है। उनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। जांच में सामने आया है कि आरोपी अभी तक 50 से ज्यादा लोगों से ठगी कर चुके हैं।
एडीसीपी ने बताया कि आरोपी राजेश ने बताया कि वह सोशल मीडिया के माध्यम से बड़ी कंपनियों में नौकरी लगवाने का प्रचार करते थे और कंपनियों के बड़े अधिकारियों से अपनी जान पहचान बताकर लोगों को झांसे में लेते थे। फिर नौकरी के नाम पर बेरोजगारी से दो किस्त में पैसे लेते थे। पहली किस्त में 1800 और दूसरी किस्त में 4500 रुपये लेते थे। इसके बाद अपना मोबाइल नंबर बंद कर लेते थे। आरोपी एक महीने के लिए ही ऑफिस किराए पर लेते थे। 50 से 60 बेरोजगारों से ठगी करने के बाद ऑफिस बंद करके फरार हो जाते थे। जिस समय आरोपी राजेश को गिरफ्तार किया गया, वह दूसरी जगह ऑफिस शिफ्ट कर रहा था। इससे पहले इस गिरोह ने दिल्ली के लक्ष्मीनगर और गुरुग्राम में ऑफिस खोलकर ठगी की। इसके बाद सेक्टर-58 में ऑफिस खोला। अब आरोपी सेक्टर-65 में नया ऑफिस खोलने की तैयारी कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी एक वेबसाइट से बेरोजगार युवकों का बॉयोडाटा चोरी कर उनके पास कॉल करते थे।