अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नॉएडा: एटीएम फ्रॉड करने वाले दो ठगो ने एक बुजुर्ग का कार्ड बदल उसके कार्ड से अपने गर्ल फ्रेंडस को गिफ्ट देने के लिए मोबाइल फोन खरीदा, और सेल्फी खींचा, लेकिन को अपने गर्ल फ्रेंडस को गिफ्ट दे पाते, उससे पहले बुजुर्ग कि शिकायत पर पुलिस ने सेल्फी के सहारे दोनों ठगों को उनके दो और साथियो के साथ सैक्टर- 22 से धर दबोचा। पुलिस ने इनके पास से एक ऑटो 70 एटीएम कार्ड विभिन्न बैंकों के दो मोबाइल फोन दो हजार नकदी 6 आधार कार्ड और जो ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किए हैं।
पुलिस के गिरफ्त में खड़े रंजीत साहनी, प्रकाश चौहान, जितेंद्र साहनी, अरुण सिंह यह सभी अनपढ़ हैं लेकिन यूट्यूब पर वीडियो देखकर एटीएम कार्ड बदल कर फ्रॉड सीख लिया। ये अपनी महंगे शौक पूरे करने और गर्लफ्रेंड के लिए महंगे गिफ्ट देने के लिए एटीएम का कार्ड बदलकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने लगे और उन कार्डों से पैसे निकालने के साथ-साथ शॉपिंग भी करते थे। सभी ऑटो में सवार होकर एटीएम बूथ पर घूमते रहते। इनके निशाने पर वह एटीएम बूथ होते थे। जहां कोई गार्ड तैनात नहीं होता था और ऐसे लोग होते थे जिन्हें एटीएम की विशेष जानकारी नहीं होती थी। वह उनकी मदद करने के बहाने उनका कार्ड बदल कर उनके कार्ड से पैसे और कीमती उपहार भी सामान खरीद लेते थे।
डीसीपी राजेश यश ने बताया कि 12 फरवरी को सेक्टर-24 थाना में सुरेंद्र सिंह रावत ने एक शिकायत दर्ज कराई थी,कि वे जब सेक्टर- 11 की एटीएम से पैसा निकालने गए थे। वहां पर पहले से मौजूद इन ठगों ने उनका कार्ड बदलकर उन्हें पुराना कार्ड दे दिया था। इसके बाद सुरेंद्र सिंह रावत के एटीएम से सेक्टर-12 स्थित एक एटीएम से 20 हज़ार रुपए निकाले गए। इसके बाद इन ठगों ने खोड़ा स्थित एयर नेट कम्युनिकेशन नामक मोबाइल की दुकान से दो विवो कंपनी के महंगे मोबाइल 35,400 रुपए में एटीएम कार्ड स्वैप कर खरीदा। यह मोबाइल इन लोगों ने अपनी गर्लफ्रेंड को गिफ्ट देने के लिए खरीदा था और वहीं पर दोनों ने सेल्फी ली थी।
डीसीपी ने बताया कि जैसे ही सुरेंद्र रावत के मोबाइल फोन पर व्हाट्सएप किए जाने का मैसेज आया पुलिस ने फौरन उस दुकान पर जा पहुंची और दुकानदार के पास पड़े दोनों के सेल्फी के फोटो ने पुलिस का काम आसान कर दिया और पुलिस ने चारों को सेक्टर-22 के ईएसआई हॉस्पिटल के सामने से धर दबोचा। डीसीपी राजेश यश ने बताया कि पकड़े गए चार ठगो में से तीन गाजियाबाद में रहते और दिल्ली एनसीआर में पिछले एक साल ठगी कर रहे थे नोएडा में इंका कोई पिछला अपराधिक रेकॉर्ड नहीं मिला है दिल्ली पुलिस और गाजियाबाद पुलिस से सूचना मांगी गई है। आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।