अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने रसोई गैस के दाम बढ़ाने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि देशवासियों के प्रमुख त्योहारों में से एक, होली के ठीक पहले रसोई गैस महंगा कर सरकार ने रंग में भंग डाल दिया है। महंगाई से राहत देने की बजाय अपने अहंकार में मस्त सरकार कदम कदम पर आम गरीब व मध्यम वर्ग पर आर्थिक प्रहार कर रही है। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय जब गैस का सिलेंडर 350 रुपये हुआ तो भाजपा नेता अपने सिर पर सिलेंडर रखकर सड़कों पर आ गए थे, सोशल मीडिया पर उनके फोटो आज भी पड़े हैं।
अब सिलेंडर के दाम 1100 रुपये के पार होने के बावजूद भाजपा नेताओं के मुंह से चूँ तक नहीं निकल रही, अब भाजपा नेता कहाँ छुप गए हैं। भाजपा वालों को तो अब गैस टैंकर सर पर रखकर प्रदर्शन करना चाहिए। उन्होंने सरकार से रसोई गैस के बढ़े दाम तुरंत वापस लेने की मांग की और कहा कि हमारी सरकार आने पर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उपभोक्ताओं को रसोई गैस के लिए 500 रुपये से ज्यादा न देना पड़े।
उन्होंने आगे कहा कि रसोई गैस कीमतें बढ़ने से गृहणियों में जबरदस्त निराशा है। गैस सिलेंडर महंगा करके सरकार ने उनकी रसोई का बजट ही बिगाड़ दिया। गांव-गांव में गैस सिलेंडर खाली पड़े हुए हैं। महिलाएं लकड़ी व उपले पर खाना बना रही हैं जिसके धुंए से न केवल उनकी आंखों पर विपरीत असर पड़ रहा है बल्कि धुंए के चलते महिलाओं की आंखों से आंसू निकल रहे हैं। महिलाओं की रसोई का पूरा बजट बिगड़ गया है। महंगा गैस सिलेंडर आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गया है। अगर आम लोग इतना महंगा गैस सिलेंडर खरीदेंगे तो उनके लिये सब्जी और दाल खरीदना दूभर हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि बेतहाशा बढ़ती महंगाई के लिए सरकार की ऐसी ही गलत आर्थिक नीतियाँ जिम्मेदार हैं।
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