अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: प्रदेश को पूरी तरह से नशामुक्त बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप, हरियाणा पुलिस द्वारा संगठित अपराध पर चाौतरफा हमला करते हुए राज्य भर में चलाए जा रहे‘‘ऑपरेशन प्रहार‘‘ के तहत 20 से 27 नवंबर,2019 तक 43 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ और 52137 बोतल अवैध शराब जब्त की गई है। इस दौरान पुलिस ने सट्टा व जुआ अधिनियम के तहत 395 लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 15 लाख 14 हजार रुपये से अधिक की राशि भी बरामद की है। इसके अतिरिक्त, पुलिस द्वारा मानव तस्करी व ‘‘कबूतराबाजी‘‘ के 7 मामले दर्ज कर इस सिलसिले में एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस महानिदेशक,मनोज यादव ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि गृह मंत्री श्री अनिल विज ने पुलिस विभाग को राज्य से संगठित अपराधियों, मादक पदार्थ तस्करों सहित अन्य अपराधियों का खात्मा करने के निर्देश दिये थे। पहले हफ्ते में, 20 से 27 नवंबर तक, पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 75 मामले दर्ज कर ड्रग पेडलिंग में संलिप्त 88 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसी प्रकार, अवैध शराब की संबंधित धाराओं के तहत 151 मामले और 192 कलंदरे दर्ज करे 347 लोगों को काबू किया गया है। उल्लेखनीय है कि गृह मंत्री, श्री अनिल विज ने हाल ही में 19 नवंबर, 2019 को आयोजित एक बैठक में पुलिस विभाग के कामकाज की समीक्षा करते हुए प्रदेश में संगठित अपराध के खात्में व बढ़ते नषे की रोकथाम के लिए “ऑपरेशन प्रहार” की शुरूआत करने के आदेश दिए थे।
जब्त मादक पदार्थ का विवरण देते हुए, डीजीपी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए 88 अभियुक्तों के कब्जे से 10 किलो 928 ग्राम गांजा, 829 ग्राम 396 मिलिग्राम स्मैक, 453 ग्राम 083 मिलीग्राम हीरोइन, 1 किलो 202 ग्राम अफीम, 25 किलो 895 ग्राम पोपी हस्क,1 किलोग्राम 478 ग्राम गांजापती, 2 किलो 062 ग्राम चरस, 10,380 प्रतिबंधित गोलियां (लोमोटिल), 9270 ट्रामाडोल की गोलियां, 30 बोतल वाइनरेक्स और 35 बुप्रेनॉर्फिन इंजेक्शन जब्त किए गए। इसी प्रकार, अंग्रजी शराब की 30993 बोतलें, 19,807 बोतल देशी शराब, 1337 बीयर और 1260 किलो लाहन भी इस दौरान जब्त किया गया। यादव ने कहा कि गृह मंत्री के निर्देशों के बाद, हरियाणा पुलिस ने राज्य में ड्रग्स और अन्य अपराधियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज कर दिया है।अपराधियों को डीजीपी की चेतावनी डीजीपी ने संगठित अपराधियों व मादक पदार्थ तस्करी में शामिल असाामजिक तत्वों को चेतावनी देते हुए कहा कि या तो वे मुख्यधारा में शामिल हो जाएं अन्यथा राज्य छोड़ कर चलें जाएं।