अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: अपराध शाखा,सेक्टर -10 ने आज एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया जो दिल्ली,गुरुग्राम फरीदाबाद नॉएडा व राजस्थान से महंगी गाड़ियों को चोरी करके नागालैंड के दीमापुर में बेचने व खरीदने का कार्य करता था। चोरी के दो आरोपितों को पहले ही अरेस्ट किया जा चूका हैं। अब चोरी की गाडी को खरीदने वाले सरगना को अरेस्ट किया हैं। इन आरोपितों ने माना हैं कि अब तक वह चोरी के लगभग सौ से अधिक महंगी गाड़ियों को खरीद चुका हैं। इस प्रकरण की जांच अपराध शाखा,सेक्टर-10 की पुलिस कर रही हैं। यह खुलासा आज एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने आज अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में किए हैं।
एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी अपराध शाखा,सेक्टर-10 की टीम ने अंकित निवासी गांव प्याऊ ,थाना नारनौद , जिला हिसार व जलाल निवासी मकान न. 1055, गली न.1, मोटी मस्जिद केला भट्टा , जिला गाजियाबाद, उत्तरप्रदेश को गुरुग्राम से गाडी चोरी करने के जुर्म में अरेस्ट किया गया था। दोनों आरोपितों को अदालत से 8 दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया गया था। पूछताछ के दौरान इन दोनों आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वह लोग महंगी गाड़ियां जैसे इनोवा व फोर्चुनर की चोरी करके अपने गुप्त स्थान पर छिपा कर रखता था। इसके बाद नागालैंड, दीमा पुर में बेचने के लिए किसी शख्स से संपर्क करता था। यह दोनों चोर खरीदने वाले के डिमांड पर गाड़ियों को चोरी करने का काम करता था। खरीदने वाला शख्स नागालैंड से चोरी की गाड़ियों का फर्जी रजिस्टेशन करवा कर भेजता था फिर यह लोग चोरी की गाड़ियों नागालैंड का फर्जी नंबर लिखवा कर उस गाडी को नागालैंड में पहुंचा दिया करता था।
एक गाडी के इन चोरों को साढ़े पांच लाख रूपए मिलता था। उनका कहना हैं कि गिरफ्तार किए गए इन चोरों के निशानदेही पर चोरी की गाडी को खरीदने वाले मुख्य सरगना कीखेतों निवासी मकान न. 120 , मिसिखेतों सिंहरिजन, थाना पूर्व दीमापुर, जिला दीमापुर , नागालैंड को अरेस्ट किया गया हैं। इसने पूछताछ में कबूल किया हैं कि दिल्ली , गुरुग्राम , फरीदाबाद , नॉएडा , राजस्थान के लगभग 100 से कही ज्यादा महंगी गाड़ियों को इस तरह से इन लोगों से खरीद कर आगे बेच चुका हैं। उनका कहना हैं कि अभी इस केस जांच जारी हैं।